(Tata Steel Share Price, Image Credit: Meta AI)
Tata Steel Share Price: टाटा स्टील ने Q1 FY26 के लिए 5.26 मिलियन टन क्रूड स्टील का उत्पादन दर्ज किया, जो पिछले वर्ष की इसी तिमाही के मुकाबले लगभग स्थिर रहा। हालांकि, डिलीवरी आंकड़ों में 3.8% की गिरावट दर्ज की गई और वह 4.75 मिलियन टन तक सीमित रही। इसकी वजह मुख्य रूप से जमशेदपुर और नीलाचल इस्पात निगम लिमिटेड (NINL) में चल रहे मेंटेनेंस कार्य को बताया जा रहा है।
नीलाचल इस्पात निगम की यूनिटों का संचालन फिर से शुरू हो चुका है। वहीं, जमशेदपुर में G Blast Furnace की रीलाइनिंग कार्य जुलाई 2025 के अंत तक पूरी होने की संभावना है। जिससे अगले तिमाही में डिलीवरी में सुधार की उम्मीद जताई है।
इस तिमाही में ऑटोमोटिव वर्टिकल ने 0.77 मिलियन टन की डिलीवरी दी, जिसमें हाई-एंड स्टील की ग्रोथ 4% रही। कलिंगनगर की नई एनीलिंग लाइन को अल्ट्रा-हाई स्ट्रेंथ स्टील के लिए मंजूरी मिल गई है। वहीं, रिटेल और ब्रांडेड प्रोडक्ट्स (Tiscon, Astrum, Steelium) ने 1.46 मिलियन टन की भेजी, जिसमें Tiscon ने 0.48MT और Astrum व Steelium ने 0.81MT योगदान दिया।
इंडस्ट्रियल एवं प्रोजेक्ट्स वर्टिकल से 1.6 मिलियन टन डिलीवरी हुई, इंजीनियरिंग उत्पादों में 5% की बढ़त दर्ज की गई और रेडी-टू-यूज उत्पादों में 66% की जबरदस्त बढ़ोतरी हुई। ई-कॉमर्स प्लेटफार्म Tata Steel Aashiyana और DigECA की ग्रॉस मर्चेंडाइज वैल्यू 39% बढ़कर 1,350 करोड़ रुपये पहुंच गई।
मंगलवार, 8 जुलाई को टाटा स्टील का शेयर 0.31% लुढ़ककर 161.90 रुपये पर बंद हुआ। पिछले एक महीने में शेयर 3% और पिछले छह महीनों में 22% चढ़ गए, हालांकि पिछले वर्ष में यह 6% नकारात्मक रिटर्न दे चुका है। कंपनी का मार्केट कैप 2.02 लाख करोड़ रुपये है। अब निवेशकों की नजर अगली तिमाही के उत्पादन और डिलीवरी सुधार पर रहेगी।
नोट:- शेयर बाजार में निवेश जोखिम के अधीन होता है। शेयरों, म्यूचुअल फंड्स और अन्य वित्तीय साधनों की कीमतें बाजार की स्थितियों, आर्थिक परिस्थितियों और अन्य कारकों के आधार पर घट-बढ़ सकती हैं। इसमें पूंजी हानि की संभावना भी शामिल है। इस जानकारी का उद्देश्य केवल सामान्य जागरूकता बढ़ाना है और इसे निवेश या वित्तीय सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए।