बरेली। Bareilly News: 26 सितंबर को जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के मामले में प्रशासन ने मौलाना तौकीर रजा और उनके करीबियों के खिलाफ कड़ा एक्शन लेना शुरू कर दिया है। अब तक मौलाना के तीन करीबी साथियों की आलीशान प्रॉपर्टी सील की जा चुकी हैं। वहीं सोमवार को प्रशासन ने मौलाना के मार्केट की 38 दुकानों को खाली करने का अल्टीमेटम जारी किया, जिसके बाद दुकानदार अपनी दुकानें खुद ही खाली करते नजर आए।
Bareilly News: दरअसल, 26 सितंबर की दोपहर 2 बजे सबसे पहले आला हजरत मस्जिद में जुमे की नमाज पढ़ी गई। इसके बाद नौमहला मस्जिद में नमाज शुरू हुई, जो 3 बजे तक चली। कुछ लोग नमाज पढ़ने के बाद घर चले गए। लेकिन, कुछ शरारती लोग जैसे ही नमाज खत्म हुई, हाथों में ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर लेकर बाहर निकले। भीड़ नारेबाजी करते हुए इस्लामिया ग्राउंड की ओर जाने की कोशिश की। पुलिस ने रोका तो पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिसवालों ने लाठीचार्ज कर दिया। इस पूरी हिंसा के मामले में पुलिस ने अलग-अलग थानों में कुल 10 एफआईआर लिखीं और सभी शिकायतों में मौलाना तौकीर रजा को नामजद किया गया।इसके अलावा अन्य लोगों को भी नामजद किया गया था और करीब 2000 लोगों के खिलाफ अज्ञात में मामला दर्ज किया था।पुलिस ने मौलाना तौकीर रजा और उससे साथियों को पकड़कर जेल भेजने की कार्रवाई की है।वहीं उसे पनाह देने वालों पर भी सख्त रवैया अख्तियार किया है।
मौलाना तौकीर रजा को छिपाने के लिए अपने घर में पनाह देने वाले उसके करीबियों के खिलाफ पुलिस प्रशासन ने रविवार को कार्रवाई की।बरेली विकास प्राधिकरण ने मौलाना के तीन करीबियों को आलीशान प्रॉपर्टियों को सील किया है।वहीं अब मौलाना ने पहलवान साहब की मजार की आड़ में 38 दुकानें बनाई हुई थीं।इन 38 दुकानों में जो दुकानदार हैं और नगर निगम की ओर से दुकानें खाली करने का अल्टीमेटम दिया गया है।
इन्हें भी पढ़ेंः-