बहराइच (उप्र), 23 अक्टूबर (भाषा) बहराइच के रानीपुर क्षेत्र में दीपावली की अगली सुबह एक युवक का खून से लथपथ शव बरामद होने के मामले का पर्दाफाश करते हुए पुलिस ने उसकी प्रेमिका समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने यह जानकारी दी।
अपर पुलिस अधीक्षक रामानंद प्रसाद कुशवाहा ने बृहस्पतिवार शाम संवाददाताओं को बताया कि मंगलवार को रानीपुर थाना क्षेत्र के त्रिवेदीपुरवा निवासी रवि प्रताप सिंह ने पुलिस को सूचना दी कि कुछ अज्ञात लोगों ने उनके बेटे शुभम सिंह (21) की हत्या कर शव को घर से कुछ दूर स्थित खेत में फेंक दिया है जिसके बाद पुलिस ने घटना की तहकीकात शुरू की।
उन्होंने बताया कि मुखबिर की सूचना एवं निगरानी के तथ्यों के आधार पर बुधवार शाम शुभम के गांव त्रिवेदीपुरवा के अजय वर्मा तथा विशेश्वरगंज थाना क्षेत्र निवासी उमेश वर्मा एवं अजय कनौजिया को गिरफ्तार किया गया तथा कड़ाई से पूछताछ की गयी तो मामले का खुलासा हो गया।
कुशवाहा का कहना है कि पूछताछ के दौरान आरोपियों ने बताया कि त्रिवेदीपुरवा की मैना वर्मा से शुभम सिंह का प्रेम प्रसंग था जबकि मैना वर्मा की अपनी भाभी के भाई उमेश वर्मा से एक साल पूर्व शादी तय हुई थी और वह उमेश से भी बातचीत करती थी।
पुलिस के मुताबिक शुभम के कारण उमेश उससे शादी नहीं कर रहा था। इस बाबत शुभम की उमेश से लड़ाई भी हो चुकी थी।
कुशवाहा के अनुसार मैना वर्मा के भाई अजय वर्मा के सामने शुभम ने प्रेमिका (मैना वर्मा) से वीडियो काल करके उसे चिढ़ाया था। साथ ही बहन की शादी ना होने से भाई अजय वर्मा की शादी भी नहीं हो पा रही थी।
पुलिस के अनुसार उमेश वर्मा राजस्थान में रहता है। दीपावली पर वह वापस आया तो उसने, मैना के भाई अजय वर्मा एवं अपने एक साथी अजय कनौजिया के साथ मिलकर शुभम की हत्या की साजिश रची।
कुशवाहा ने बताया कि सोमवार को दीपावली की शाम अजय वर्मा ने शराब की दुकान से शुभम को वीडियो काल की और उसके खेत में शराब पीने की योजना बनायी। रात में अजय वर्मा एवं शुभम शराब पीने लगे तथा उमेश और उसका साथी अजय कनौजिया झाड़ी में छिपकर बैठे रहे। शुभम जब शराब पीकर नशे में धुत हो गया तब उमेश ने पत्थर से उस पर ताबड़तोड़ प्रहार किये जिससे वह लहूलुहान हो गया।
कुशवाहा के अनुसार शुभम के प्रतिरोध करने पर अजय कनौजिया ने अपने जूते से शुभम की गर्दन दबाई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी। साक्ष्य छुपाने के लिए आरोपियों ने पत्थर से शुभम का मोबाइल फोन तोड़कर उसे छुपा दिया। साथ ही शराब की बोतल, पानी और ग्लास भी हटा दिए गये।
पुलिस ने तमाम साक्ष्य, खून से सना हुआ सीमेंट, गिट्टी व लोहे का सरिया लगा पत्थर का टुकड़ा और मृतक के मोबाइल का क्षतिग्रस्त स्क्रीन गार्ड व बॉडी कवर बरामद कर लिये हैं।
कुशवाहा ने बताया कि सूत्रधार मैना वर्मा को साजिश की जानकारी थी और वह घटनाक्रम के दौरान शुभम एवं मंगेतर उमेश से लगातार बात कर रही थी। घटना की सुबह उसने दोनों से बात की और हत्या के बाद उमेश से बात की। पुलिस ने आरोपी उमेश वर्मा (21), अजय वर्मा (18), अजय कनौजिया (23) व मैना वर्मा को गिरफ्तार किया है। सभी को विधिक कार्यवाही के तहत जेल भेजा गया है।
शव बरामद होने के बाद आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने मंगलवार को बहराइच-हुजूरपुर मार्ग पर रास्ता जाम कर विरोध प्रदर्शन करते हुए पुलिस के खिलाफ नारेबाजी की थी।
भाषा सं. सलीम राजकुमार
राजकुमार