UP Budget Session 2025: त्रिवेणी के पानी की गुणवत्ता पर खड़े हुए सवाल.. सदन में CM योगी ने दिया जवाब, कहा- ‘संगम का जल नहाने और आचमन के लायक’

UP Budget Session 2025: त्रिवेणी के पानी की गुणवत्ता पर खड़े हुए सवाल.. सदन में CM योगी ने दिया जवाब, कहा- 'संगम का जल नहाने और आचमन के लायक' |

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  • Publish Date - February 19, 2025 / 05:01 PM IST,
    Updated On - February 19, 2025 / 05:01 PM IST

UP Budget Session 2025 | Source : ANI

HIGHLIGHTS
  • सीएम योगी ने महाकुंभ को लेकर फैलाई जा रही अफवाह को लेकर विपक्ष को जमकर घेरा।
  • उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी कर रहा है-CM योगी
  • संगम का पानी न केवल नहाने के लिए बल्कि आचमन के लिए भी उपयुक्त है-CM योगी

लखनऊ। UP Budget Session 2025: यूपी विधानसभा में बजट सत्र के दूसरे दिन सीएम योगी ने महाकुंभ को लेकर फैलाई जा रही अफवाह को लेकर विपक्ष को जमकर घेरा। उन्होंने 29 जनवरी को मौनी अमावस्या पर महाकुंभ भगदड़ का शिकार हुए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना जाहिर करते हुए कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और हर संभव मदद करेगी। इस मुद्दे पर राजनीति करना उचित नहीं है। वहीं सीएम योगी ने सदन में संगम के पानी पर भी जवाब दिया है।

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समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव ने बुधवार को त्रिवेणी संगम के पानी की गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़ा किया था। एक न्यूज रिपोर्ट का हवाला देते हुए शिवपाल ने लिखा- “महा कुंभ में गंगा स्नान से पहले पानी शुद्ध करने के सरकारी दावों की पोल खुल गई! CPCB रिपोर्ट कहती है कि पानी में फ़ीकल बैक्टीरिया तय सीमा से ज़्यादा है। अब भक्त सोच रहे हैं – “ये डबल इंजन सरकार है या डबल इंफेक्शन सरकार?”

संगम के पानी पर सीएम योगी का जवाब

फेकल बैक्टीरिया रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में कहा, “त्रिवेणी के पानी की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं… संगम और उसके आसपास के सभी पाइप और नालों को टेप कर दिया गया है और पानी को शुद्ध करने के बाद ही छोड़ा जा रहा है… उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड पानी की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए लगातार निगरानी कर रहा है… आज की रिपोर्ट के अनुसार संगम के पास BOD की मात्रा 3 से कम है और घुलित ऑक्सीजन 8-9 के आसपास है। इसका मतलब है कि संगम का पानी न केवल नहाने के लिए बल्कि आचमन के लिए भी उपयुक्त है… फेकल कोलीफॉर्म बढ़ने के कई कारण हो सकते हैं, जैसे सीवेज लीकेज और जानवरों का मल, लेकिन प्रयागराज में फेकल कोलीफॉर्म की मात्रा मानकों के अनुसार 2,500 MPN प्रति 100 ml से कम है… इसका मतलब है कि झूठा अभियान केवल महाकुंभ को बदनाम करने के लिए है… NGT ने भी कहा है कि फेकल अपशिष्ट 2000 MPN प्रति 100 ml से कम था…”

सीएम योगी ने अखिलेश यादव पर साधा निशाना

मुख्यमंत्री ने विपक्ष को घेरा। कहा, सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि लोग पहले दिन से बता रहे हैं कि कितने लोगों ने डुबकी लगाई, लेकिन मरने वालों की संख्या नहीं बता पा रहे हैं। पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी कहती हैं कि महाकुंभ मृत्युकुंभ में बदल गया है। यह क्या है? जया बच्चन कहती हैं कि इस देश में इस समय की सबसे बड़ी घटना महाकुंभ है। शवों को गंगा में बहा दिया गया। इससे पानी प्रदूषित हुआ है और यही पानी लोगों तक पहुंच रहा है। ऐसे गैर जिम्मेदाराना बयान विपक्ष की ओर दिए गए। क्या सनातन का कोई उत्सव करना कोई अपराध है? यदि यह अपराध है, तो हम यह अपराध करेंगे।

1. यूपी विधानसभा में सीएम योगी ने महाकुंभ पर क्या कहा?

सीएम योगी ने महाकुंभ भगदड़ में मारे गए लोगों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की और कहा कि सरकार उनके साथ खड़ी है। उन्होंने विपक्ष से अपील की कि इस मुद्दे पर राजनीति करना उचित नहीं है।

2. सीएम योगी ने संगम के पानी की गुणवत्ता पर क्या जवाब दिया?

सीएम योगी ने कहा कि त्रिवेणी संगम और उसके आसपास के सभी पाइप और नालों को टेप कर दिया गया है और पानी को शुद्ध करने के बाद ही छोड़ा जा रहा है। उन्होंने यह भी बताया कि पानी की गुणवत्ता में कोई समस्या नहीं है और संगम का पानी नहाने के साथ-साथ आचमन के लिए भी उपयुक्त है।

3. शिवपाल यादव ने संगम के पानी की गुणवत्ता को लेकर क्या सवाल उठाए थे?

शिवपाल यादव ने त्रिवेणी संगम के पानी में फेकल बैक्टीरिया की अधिकता का मुद्दा उठाया था और रिपोर्ट के आधार पर इसे शुद्ध करने के दावों की आलोचना की थी। उन्होंने इसे "डबल इंफेक्शन सरकार" कहा था।

4. सीएम योगी ने पानी की गुणवत्ता पर क्या आंकड़े दिए?

सीएम योगी ने बताया कि संगम के पास BOD (बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड) की मात्रा 3 से कम है और घुलित ऑक्सीजन 8-9 के आसपास है। साथ ही, फेकल कोलीफॉर्म की मात्रा मानक के अनुसार 2,500 MPN प्रति 100 ml से कम है।