लखनऊ, 14 फरवरी (भाषा) समाजवादी पार्टी के व्यापार सभा के अध्यक्ष को गिरफ्तार करने के एक दिन बाद शनिवार को लखनऊ पुलिस ने कहा कि सपा नेता द्वारा सोशल मीडिया पर किए गए कथित पोस्ट से “अशांति और हिंसा” फैलने की आशंका थी जिसे रोकने के लिए उन्हें गिरफ्तार किया गया।
सपा ने शुक्रवार को आरोप लगाया था कि लखनऊ पुलिस ने उसके व्यापार सभा के अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल को ‘‘जबरन हिरासत’’ में ले लिया।
पार्टी के आरोपों के जवाब में लखनऊ पुलिस ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘सोशल मीडिया पर आपत्तिजनक पोस्ट के माध्यम से समाज में लगातार नकारात्मकता, अशांति और हिंसा उत्पन्न करने की प्रबल संभावना के निवारणार्थ मनीष जगन अग्रवाल को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ अग्रिम विधिक कार्रवाई की गई।’’
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए सपा ने जगन द्वारा की गई ऐसी किसी भी पोस्ट का सबूत मांगा।
सपा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा, ‘‘यदि मनीष जगन द्वारा कोई भी आपत्तिजनक पोस्ट की गई है जिससे अशांति और हिंसा की स्थिति उत्पन्न होती है तो वो पोस्ट लखनऊ पुलिस साझा करे अन्यथा निराधार बातों से विपक्ष के नेताओं का शोषण बंद करे।’’
शुक्रवार को सपा ने कहा था, ‘‘समाजवादी व्यापार सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष मनीष जगन अग्रवाल जी को लखनऊ पुलिस जबरन उनके आवास से हिरासत में लिया।’’
पार्टी ने लखनऊ के पुलिस आयुक्त और लखनऊ पुलिस को संलग्न पोस्ट में कहा, ‘‘जगन उच्च रक्तचाप के मरीज हैं तथा उनकी पत्नी भी गर्भवती हैं। यदि मनीष जगन जी या उनके परिवार को कोई हानि होती है तो उसकी जिम्मेदार लखनऊ पुलिस होगी।’’
भाषा अरुणव जफर नेत्रपाल खारी
खारी