बलिया, 22 दिसंबर (भाषा) उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में पुलिस ने एक फर्जी ट्रस्ट बनाकर नौकरी के नाम पर धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का सोमवार को भंडाफोड़ किया और संचालक व प्रबंधक सहित चार जालसाजों को गिरफ्तार कर लिया। एक अधिकारी ने यह जानकारी दी।
पुलिस उपाधीक्षक आलोक कुमार गुप्ता ने बताया कि गिरोह ने बलिया और गोरखपुर जिले में नौकरी दिलाने के नाम पर 130 से अधिक लोगों से ठगी की तथा प्रति व्यक्ति एक से डेढ़ लाख रुपये वसूले थे।
गुप्ता ने बताया कि रसड़ा कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली निभा वर्मा की महिला की तहरीर पर आठ लोगों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 316-2 (आपराधिक विश्वासघात), 319-2 (आपराधिक धोखाधड़ी), 318-4 (धोखाधड़ी), 338 (वसीयत की जालसाजी), 336-3 (जालसाजी), 340-2 (जाली दस्तावेज़ या इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड बनाना और उसे असली के रूप में उपयोग करना), 352 (शांति भंग करने के इरादे से जानबूझकर अपमान करना), 351-3 (आपराधिक धमकी) और 61-2 (आपराधिक षड्यंत्र) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
उन्होंने बताया कि ‘हमराही चैरिटेबल सेवा’ संस्थान के नाम से प्रबंधक दिलीप कुमार भारती द्वारा फर्जी तरीके से समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशित कर जुलाई 2024 में सुपरवाईजर, सफाईकर्मी व चालक पद के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किए गए थे।
अधिकारी ने बताया कि नियुक्ति और चयन के लिए प्रत्येक से एक से डेढ़ लाख रुपये वसूले गये थे।
उन्होंने बताया कि पुलिस ने फर्जी ट्रस्ट संचालक दिलीप कुमार भारती के घर पर छापेमारी मारकर उसे और उसके साथियों सुमन्त भारती, शनि भारती और नन्दू राजभर को गिरफ्तार कर लिया।
गुप्ता ने बताया कि मामले की जांच जारी है।
भाषा सं. सलीम जितेंद्र
जितेंद्र