बहराइच, 18 अगस्त (भाषा) उत्तर प्रदेश के बहराइच जिले के हरदी थाना क्षेत्र में गन्ने के एक खेत में चार वर्षीय बच्ची का क्षत-विछत शव बरामद किया गया है, जिसको लेकर यह आशंका जताई जा रही है कि उसे कोई जंगली जानवर उठा ले गया था। वन विभाग के एक अधिकारी ने रविवार को यह जानकारी दी।
प्रभागीय वनाधिकारी (डीएफओ) अजीत प्रताप सिंह ने रविवार को ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि हरदी थाना क्षेत्र के अंतर्गत सिंगिया नसीरपुर गांव में संध्या (चार) अपनी मां के साथ शनिवार की रात घर के आंगन में सो रही थी और देर रात एक अज्ञात जानवर उसे बिस्तर से उठा ले गया।
उन्होंने बताया कि बेटी की चीख पुकार सुनकर उठे परिजनों ने जानवर का पीछा किया, पहले से भेड़िए की तलाश में जुटे वन कर्मियों ने भी तलाश की, लेकिन रात में कोई नहीं मिला। रविवार सुबह होते ही ड्रोन कैमरे और टीमें लगाकर तलाश की गयी तो गन्ने के एक खेत में दो सियार बच्ची के शव को खाते हुए मिले।
डीएफओ ने कहा कि जानवरों को वहां से भगाया गया और बच्ची के क्षत विक्षत शव को कब्जे में लिया गया है। शव का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर मालूम हो सकेगा कि किस जानवर के हमले से बच्ची की मौत हुई है।
सिंह ने बताया कि इसी इलाके में 17 जुलाई को अहमद रजा (दो), 27 जुलाई को प्रतीक्षा (दो) व तीन अगस्त को राकेश (नौ) नामक बच्चों की भेड़िए के हमलों से मौतें हुई हैं। जबकि इस दौरान इसी क्षेत्र में भेड़िए, सियार, कुत्ते व अज्ञात जानवरों के हमलों में करीब 30 लोग घायल हुए हैं।
डीएफओ ने बताया कि वन विभाग की आठ टीमें हमलावर जानवर को पकड़ने के लिए पहले से ही दिन रात गश्त कर रही हैं। नाइट विजन थर्मोसेंसर व ड्रोन कैमरे लगाकर सघन तलाशी अभियान के तहत ग्रामीणों के बचाव हेतु भेड़िए की तलाश जारी है। इसी एक माह के अंतराल में वन विभाग द्वारा लगाए पिंजरा ट्रैप में दो भेड़िए पकड़कर दूरस्थ घने जंगल में छोड़े जा चुके हैं।
उन्होंने बताया कि पूर्व में तीन मृतक बच्चों के परिजनों को सरकार की ओर से पांच-पांच लाख रुपये की सहायता दी जा चुकी है। आज मृत पायी गयी संध्या के परिजनों को औपचारिकताएं पूर्ण करने के उपरांत सरकार द्वारा आर्थिक मदद दी जाएगी।
प्रभावित क्षेत्रों के लिए जिला प्रशासन ने भी तमाम इंतजाम शुरू कर दिए हैं। जिलाधिकारी मोनिका रानी ने संवाददाताओं को बताया कि महसी तहसील के अंतर्गत हिंसक जीव (भेड़िया) द्वारा किये जा रहे हमलों से आमजन की सुरक्षा हेतु प्रभावित क्षेत्रों में चिह्नित 40 स्थानों पर सोलर स्ट्रीट लाईट तथा 10 स्थानों पर सोलर हाईमास्ट लाईट लगाने के निर्देश दिए गए हैं।
जिलाधिकारी ने बताया कि प्रायः देखने में आता है कि नित्य क्रिया के लिए घर से बाहर जाने वाले लोगों पर हिंसक जानवरों द्वारा हमला किया जाता है। इसलिए प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को शौच के लिए घर से बाहर न जाना पड़े इस हेतु पंचायती राज विभाग को निर्देश दिया गया है कि प्रभावित क्षेत्रों के सभी शौचालय विहीन घरों को स्वच्छ शौचालय योजना से जोड़ा जाए।
उन्होंने कहा कि घरों में दरवाजे न होने के कारण कोई भी जानवर घर में बगैर किसी रोक-टोक के प्रवेश कर सकता है। ऐसे खतरों से ग्रामवासियों की सुरक्षा हेतु बहराइच वन प्रभाग को निर्देश दिया गया है कि दरवाजा विहीन घरों में दरवाजों की व्यवस्था कराई जाए।
जिलाधिकारी ने ग्राम्य विकास विभाग को निर्देश दिया कि प्रभावित क्षेत्रों के आवासविहीन ग्रामीणों को आवासीय योजना से जोड़ा जाए।
भाषा
सं, आनन्द, रवि कांत रवि कांत रवि कांत