Age Limit for Class One
उत्तर प्रदेश। Islamic School Misbehaved: अलीगढ़ के एक प्राइवेट स्कूल का एक मामला सामने आया है, जहां हिंदी नहीं पढ़ाने के सवाल पर नर्सरी में पढ़ने वाली बच्ची को स्कूल से निकाल दिया गया। इसमें पिता की यह गलती सिर्फ इतनी ही थी कि उन्होंने स्कूल प्रशासन से ये पूछ लिया कि स्कूल में हिंदी क्यों नहीं पढ़ाई जा रही है। इस सवाल से बौखलाए स्कूल प्रशासन ने बच्ची को स्कूल से ही निकाल दिया। जिसके बाद बच्ची के परिजनों ने डीएम कार्यालय में जाकर न्याय की गुहार लगाई है। डीएम इंद्र विक्रम सिंह ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए मामले की जांच बीएसए को सौंप दी है। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP ग्रुप से जुड़ने के लिए यहां CLICK करें*<<
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Islamic School Misbehaved: अलीगढ़ के थाना क्वार्सी इलाके फोर्ट एल्कलेव, पंजीपुर गांव निवासी मोहम्मद आमिर ने बताया कि इसी साल उन्होंने अपनी बेटी का नज़दीकी ‘इस्लामिक मिशन स्कूल’, पंजीपुर में क्लास नर्सरी 2022-2023 में भर्ती कराया था। स्कूल में कुछ महीने बीतने के बाद भी बच्ची को जब अच्छे से हिंदी लिखना नहीं आया तो पिता स्कूल पहुंचे और उन्होंने वहां स्कूल में हिंदी न पढ़ाये जाने के संबंध जब शिकायत की। जिसके बाद बच्ची के पिता का आरोप है कि स्कूल ने बदसलूकी करते हुए उनकी बेटी को स्कूल से निकाल दिया गया। उन्होंने यह भी आरोपी लगाया है कि स्कूल में राष्ट्रगान नहीं होता है और जब इस मामले की शिकायत प्रशासन से की गई तो मामले में फैसला करने का दबाव बनाया जा रहा है।
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Islamic School Misbehaved: बेसिक शिक्षा अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि मामला जवां ब्लॉक से संबंधित है। क्षेत्र के खंड शिक्षा अधिकारी को जांच सौंपते हुए टीम गठित कर दी गई है। जांच के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी। वहीं, स्कूल प्रशासन ने भी बच्ची को हिंदी न पढ़ाये जाने की बात मानते हुए अपनी सफाई पेश की है। इस मामले पर जब इस्लामिक मिशन स्कूल के मैनेजर से बात की गई, तो उन्होंने बच्ची को हिंदी न पढ़ाये जाने की बात कबूल करते हुए अपनी सफाई पेश की।