ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन ने पटेल के खिलाफ धमकाने के आरोपों के बावजूद उनका समर्थन किया

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री जॉनसन ने पटेल के खिलाफ धमकाने के आरोपों के बावजूद उनका समर्थन किया

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  • Publish Date - November 20, 2020 / 01:39 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:41 PM IST

(अदिति खन्ना)

लंदन, 20 नवंबर (भाषा) ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने शुक्रवार को अपनी कैबिनेट सहयोगी प्रीति पटेल का समर्थन किया जबकि डराने-धमकाने के आरोपों में कैबिनेट कार्यालय की एक जांच में कहा गया है कि उन्होंने मंत्री पद की अवज्ञा की, भले ही अनजाने में ऐसा किया होगा।

सामान्य तौर पर संहिता का उल्लंघन करने वाले मंत्रियों से इस्तीफे की अपेक्षा की जाती है, लेकिन अंतत: यह प्रधानमंत्री पर निर्भर करता है कि मंत्रियों की संहिता संबंधी स्वतंत्र सलाहकार के निष्कर्षों पर कोई कार्रवाई करनी है या नहीं।

इस साल की शुरुआत में आरोप सामने आने के बाद से लगातार पटेल का समर्थन कर रहे जॉनसन ने घोषणा की कि उन्हें 48 वर्षीय भारतीय मूल की मंत्री में अब भी पूरा भरोसा है जो गृह मंत्री के रूप में ब्रिटेन के सर्वोच्च राजनीतिक मंत्रालयों में से एक की प्रभारी हैं।

हालांकि इससे मंत्री संहिता पर स्वतंत्र सलाहकार एलेक्स एलन को इस्तीफा देना पड़ा क्योंकि यह फैसला उनकी रिपोर्ट के निष्कर्षों के खिलाफ है।

उनकी रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘मेरी सलाह है कि गृह मंत्री ने अपने मातहत अधिकारियों के साथ सम्मान पूर्वक व्यवहार करने की मंत्री संहिता के जरूरी उच्च मानकों को सतत रूप से पूरा नहीं किया है। कई मौकों पर उनका व्यवहार ऐसा रहा जिसे लोगों के महसूस करने के लिहाज से धमकाने वाला कहा जा सकता है।’’

इसमें कहा गया, ‘‘एक सीमा तक उनका व्यवहार मंत्री संहिता के उल्लंघन वाला रहा है, भले ही गैर-इरादतन हो। इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि उन्हें अपने बर्ताव के प्रभाव की जानकारी थी और उन्हें उस समय कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गयी।’’

जॉनसन की निष्ठावान सहयोगी मानी जाने वाली पटेल ने एक बयान जारी कर कहा कि उन्हें इस बात के लिए खेद है कि अतीत में उनके व्यवहार से लोगों को दु:ख पहुंचा है।

कैबिनेट कार्यालय के एक वक्तव्य में कहा गया कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री को उनकी गृह मंत्री पर पूरा भरोसा है और वह इस मामले को अब समाप्त मानते हैं।

हालांकि एलन के इस्तीफे के बाद यह मुद्दा कुछ और दिन छाया रह सकता है।

भाषा वैभव उमा

उमा