Elon Musk VS Twitter : ट्विटर से कानूनी लड़ाई में मस्क ने भारत के लिए कहीं ये बड़ी बात, कंपनी पर लगाए गंभीर आरोप

  •  
  • Publish Date - September 7, 2022 / 03:41 PM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:23 PM IST

Elon Musk VS Twitter : वाशिंगटन – ट्विटर के अधिग्रहण की डील को खत्म करने के बाद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क को कोर्ट का सामना करना पड़ रहा है। एलन मस्क ने कोर्ट को बताया कि उन्होंने यह डील क्यों तोड़ी। मस्क ने कहा कि सोशल मीडिया की दिग्गज कंपनी ने भारत सरकार के खिलाफ जोखिम भरे मुकदमे का खुलासा करने में विफल रही। मस्क ने यह भी कहा है कि ट्विटर ने भारत सरकार के खिलाफ जाकर दुनिया के तीसरे सबसे बड़े बाजार को खतरे में डाल दिया। डेलावेयर अदालत में एक काउंटरसूट में, मस्क ने यह भी दावा किया कि सैन फ्रांसिस्को स्थित सोशल मीडिया कंपनी को खरीदने के लिए सौदे पर हस्ताक्षर करने के लिए उनकी आंख में धूल झोका गया। मस्क ने कहा कि ट्विटर को कोर्ट के दस्तावेजों के मुताबिक भारत में स्थानीय कानून का पालन करना चाहिए। वहीं, ट्विटर ने कोर्ट को बताया है कि मस्क के पास कंपनी के बारे में पूरी जानकारी थी। >>*IBC24 News Channel के WHATSAPP  ग्रुप से जुड़ने के लिए  यहां CLICK करें*<<

read more : Food Corporation of India Vacancy 2022 : भारतीय खाद्य निगम में इतने पदों पर निकली भर्ती, ऐसे करें अप्लाई 

2021 में भारत ने लागू किए थे कुछ नियम

Elon Musk VS Twitter : बता दें कि साल 2021 में भारत सरकार के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने सोशल मीडिया पोस्ट की जांच करने, सूचना की पहचान करने और उन कंपनियों पर मुकदमा चलाने की अनुमति देने के लिए कुछ नियम लागू किए थे, जिन्हें ट्विटर ने मानने से इनकार कर दिया था। हालांकित मस्क फ्री स्पीच के सपोर्टर हैं लेकिन, उनका मानना है कि ट्विटर को उन देशों के कानून का पालन करना चाहिए जहां वो संचालित होता है। मस्क ने कर्नाटक हाई कोर्ट में दायर एक याचिका का जिक्र करते हुए कहा है कि ट्विटर उनको इन सब की जानकारी देने में असफल रहा है।

read more : Income Tax Raid : इनकम टैक्स के शिकंजे में फंसे देश के व्यापारी और मंत्री, इनके घर पर पड़ा छापा, देखें… 

ट्विटर का दावा- मस्क सौदा टालने की कोशिश कर रहे

Elon Musk VS Twitter : मस्क के दावों पर ट्विटर ने कहा है कि उसने सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत भारत सरकार की ओर से जारी किए गए कुछ आदेशों को चुनौती दी है, जिसमें ट्विटर को अपने मंच से कुछ सामग्री को हटाने का निर्देश दिया गया है, जिसमें राजनेताओं, कार्यकर्ताओं और पत्रकारों की सामग्री शामिल है। मस्क के वकील ने कहा कि ट्विटर को कहानी के उस पक्ष को दफनाने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए, जिसे वह सार्वजनिक नहीं करना चाहता। वहीं ट्विटर का तर्क है कि मस्क जानबूझकर सौदे को टालने की कोशिश कर रहे हैं क्योंकि बाजार की स्थिति खराब होने से ट्विटर का अधिग्रहण अब उनके फायदे में नहीं रह गया है।

और भी लेटेस्ट और बड़ी खबरों के लिए यहां पर क्लिक करें