द हेग (नीदरलैंड्स), छह अक्टूबर (एपी) अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के न्यायाधीश दो दशक से अधिक समय पहले सूडान के दारफुर में हुए संघर्ष के दौरान “भयावह हिंसा” के आरोपी कथित अरब मिलिशिया नेता के खिलाफ मुकदमे में सोमवार को फैसला सुना रहे हैं।
अली कुशायब के नाम से भी जाने जाने वाले अली मुहम्मद अली अब्द-अल-रहमान ने अप्रैल 2022 में अपने मुकदमे की शुरुआत में युद्ध अपराधों और मानवता के खिलाफ अपराधों के सभी 31 आरोपों में निर्दोष होने का दावा किया था। उसपर हत्या, यातना, बलात्कार, उत्पीड़न और लोगों पर हमला करने जैसे आरोप हैं।
यह फैसला ऐसे समय में सुनाया जा रहा है, जब सूडान में अत्याचार और अकाल के आरोप लगातार सामने आ रहे हैं।
जुलाई में, आईसीसी के उप अभियोजक ने संयुक्त राष्ट्र को बताया था कि सूडान के विशाल पश्चिमी दारफुर क्षेत्र में युद्ध अपराध और मानवता के विरुद्ध अपराध जारी हैं। देश में दो साल से भी ज़्यादा समय से गृहयुद्ध जारी है।
अभियोजकों का कहना है कि अब्द-अल-रहमान, दारफुर संघर्ष के दौरान जंजवीद मिलिशिया का एक वरिष्ठ कमांडर था। क्षेत्र के मध्य और उप-सहारा अफ्रीकी समुदाय के विद्रोहियों ने 2003 में राजधानी खारतूम में अरब-प्रभुत्व वाली सरकार द्वारा उत्पीड़न किए जाने की शिकायत करते हुए विद्रोह शुरू कर दिया था, जिसके बाद संघर्ष भड़क गया था।
तत्कालीन राष्ट्रपति उमर अल-बशीर की सरकार ने हवाई बमबारी करते हुए जंजवीद के हमलों का जवाब दिया था। इस संघर्ष के दौरान सामूहिक हत्याओं, बलात्कार, यातनाओं और उत्पीड़न के मामले सामने आए। संघर्ष के दौरान दारफुर में लगभग 3,00,000 लोग मारे गए और 27 लाख लोगों को उनके घरों से बेदखल कर दिया गया।
एपी जोहेब दिलीप
दिलीप