लाहौर, 27 दिसंबर (भाषा) पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा प्रांत के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी की आवाजाही शनिवार को लाहौर में प्रतिबंधित कर दी गई और उन्हें छावनी क्षेत्र में प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई। यह प्रतिबंध सरकार के खिलाफ आंदोलन की उनकी पार्टी की घोषणा के एक दिन बाद लगाया गया।
पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के वकील नईम पंजुथा ने कहा, “शनिवार को खैबर पख्तूनख्वा के मुख्यमंत्री सोहेल अफरीदी पंजाब के पूर्व राज्यपाल उमर सरफराज चीमा के आवास पर नहीं जा सके, क्योंकि वह एक छावनी क्षेत्र में स्थित था।”
शुक्रवार देर रात, अफरीदी किसी तरह लिबर्टी चौक पहुंचने में कामयाब रहे, लेकिन वह वहां ‘स्ट्रीट मूवमेंट’ की आधिकारिक घोषणा करने के लिए निर्धारित भाषण नहीं दे सके, क्योंकि पुलिस की भारी टुकड़ी ने इलाके की ओर जाने वाली सभी सड़कों को अवरोधक लगाकर अवरुद्ध कर दिया था।
जेल में बंद पूर्व प्रधानमंत्री एवं पीटीआई प्रमुख इमरान खान की बहनें अलीमा खान और नोरीन खान नियाजी कार्यक्रम स्थल पर पहुंचने में कामयाब रहीं। अफरीदी ने घोषणा की कि सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया है।
शनिवार को पंजाब सरकार ने अफरीदी को कोट लखपत जेल में पूर्व विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी और पंजाब की पूर्व स्वास्थ्य मंत्री यास्मीन राशिद से मिलने की अनुमति नहीं दी। इसके बाद उन्होंने इन नेताओं के परिजनों से मुलाकात की।
अफरीदी ने पीएमएल-एन को चुनौती देते हुए कहा कि वे अपनी पसंद का कोई भी मैदान चुनकर देखें कि पंजाब की जनता किसके साथ है। उन्होंने कहा, “मैं खैबर पख्तूनख्वा में उनके लिए मंच तैयार करूंगा। अगर वे जनता के लिए परिवहन की व्यवस्था नहीं कर सकते, तो मैं करूंगा। वे खैबर पख्तूनख्वा में आयोजन कर सकते हैं, और मैं लाहौर में करूंगा।”
अफरीदी ने दावा किया कि पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ एक दिन के नोटिस पर मीनार-ए-पाकिस्तान का मैदान भर सकती है, लेकिन पीएमएल-एन एक हफ्ते की तैयारी में भी ऐसा नहीं कर सकती।
भाषा आशीष पारुल
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