कोरोना वायरस के खिलाफ मोदी सरकार विश्व में सबसे तेज, विकसित देशों के मुकाबले सटीक रणनीति पर किया काम, दक्षेस देशों ने की मुक्त कंठ से प्रशंसा

कोरोना वायरस के खिलाफ मोदी सरकार विश्व में सबसे तेज, विकसित देशों के मुकाबले सटीक रणनीति पर किया काम, दक्षेस देशों ने की मुक्त कंठ से प्रशंसा

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  • Publish Date - March 15, 2020 / 08:28 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:06 PM IST

नई दिल्ली । पूरे विश्व में कोरोना सेसे मरने वालों की संख्या 5,833 हो गई है। डेढ़ लाख से भी अधिक लोगों में इसका संक्रमण फैल चुका है। भारत में भी कोरोना पीड़ितों की संख्या शतक को पार कर गई है । कोरोना से दो लोगों की मौत हो गई है। भारत की आबादी 130 करोड़ से ज्यादा है,ऐसे में कोरोना पीड़ितों की संख्या ना के बराबर है।

भारत की सटीक स्वास्थ्य नीति ने अमेरिका-चीन-इटली को पीछे छोड़ा
चीन के वुहान शहर से कोरोना वायरस फैलना शुरू हुआ था। अकेले चीन में कोरोना से मरने वालों की संख्या 3 हजार का आंकड़ा पार कर गई है । तकरीबन 81 हजार लोग अभी भी कोरोना से लड़ रहे हैं। अमेरिका में कोरोना संक्रमण की वजह से 57 लोगों की मौत हो चुकी है और करीब 3 हजार लोग संक्रमित हैं। चीन के बाद सबसे खतरनाक हालात इटली के हैं, जहां 1400 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं, जबकि 21 हजार से भी अधिक कोरोना से संक्रमित हैं। भारत ने शुरू की एयरपोर्ट पर सबसे पहले स्क्रीनिंग भारत ने अमेरिका जैसे विकसित देशों से पहले ही विदेश यात्रियों की स्क्रीनिंग करना शुरु कर दी थी । भारत में 22 जनवरी से ही कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर एयरपोर्ट पर जांच शुरू हो गई थी। अमेरिका ने 25 जनवरी के बाद ये जांच शुरु की है।

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आइसोलेशन कैंप की व्यवस्था
भारत ने बेहद शुरुआती दौर में ही कोरोना पीड़ितों के लिए आइसोलेशन कैंप की व्यवस्था कर दी थी, ताकि विदेश से निकाले गए लोगों और अन्य कोरोना संक्रमित लोगों को आइसोलेशन में रखा जा सके। य इटली जैसे विकसित देश ने इसस समस्या पर गंभीरता नहीं बरती पर मोदी सरकार ने इस पर शुरुआत से पैनी निगाह बनाई हुई थी। केंद्र सरकार के निर्देश कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एयरपोर्ट पर जांच शुरू कर दी थी। इस मामले में अदिकतर देशों ने लापरवाही बरती।

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प्रत्येक भारतीय को खतरे से निकाला
विश्व में अपने नागरिकों को निकालने के मामले में भी मोदी सरकार ने इतिहास रच दिया। जहां पाकिस्तान जैसे देश ने अपने नागरिकों को चीन में ही छोड़ दिया, वहीं मोदी सरकार ने हर भारतीय नागरिक को खतरे से समय रहते निकाल लिया । भारत से सबसे अधिक फ्लाइट भेजी गई हैं। समय रहते अपने नागरिकों को निकालने की वजह से भी यहां संक्रमण काफी कम है। हाल ही में ईरान से भी 234 भारतीयों को निकाल कर देश वापस लाया गया है।

विपक्ष ने भी सराहा
मोदी सरकार के प्रय़ासों को विपक्ष ने भी सराहा है। मोदी सरकार के सबसे प्रमुख आलोचकों में शुमार कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने मोदी सरकार के प्रयासों से संतुष्टि जताई है। बावजूद इसके राहुल-प्रियंका समेत बहुत से कांग्रेस नेताओं ने कोरोना वायरस पर सरकार की कोशिशों पर प्रश्नचिन्ह लगाएं हैं।

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मोदी सरकार के सभी मंत्रालय सक्रिय
केंद्र की मोदी सरकार ने बिना किसी लापरवाही के तत्परता दिखाई। सभी मंत्रालय सतर्क हो गए। खुद पीएम मोदी भी सतर्क हो गए। संक्रमण रोकने के लिए अडवाइजरी जारी होती रहीं। संसद के जरिए स्वास्थ्य मंत्री तैयारियों का लगातार विस्तृत ब्योरा देकर देश को आश्वस्त करते रहे।

दक्षेस देशों ने भी की तारीफ
पीएम नरेंद्र मोदी ने दक्षेस देशों से भी साझी रणनीति बनाने का आह्वान किया है। रविवार शाम 5 बजे सभी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जुड़ेंगे। इस पहल को दक्षेस देशों ने हाथों- हाथ लिया और मोदी सरकार के प्रयासों की दिल खोलकर तारीफ की।

किसी भी स्थिति से निपटने तैयार
केंद्र सरकार के प्रय़ासों से देश में अब तक करीब 70 हजार सैंपल के टेस्ट किए गए हैं। लगभग 35 हजार लोगों को कम्युनिटी सर्विलांस पर रखा गया है। आईसीएमआर के वैज्ञानिक गंगा खेड़कर ने कहा है कि अभी हमारे पास 1 लाख किट उपलब्ध हैं और 2 लाख अतिरिक्त किट का ऑर्डर दे दिया गया है। उनके मुताबिक अभी भारत रोजाना करीब 10 हजार टेस्ट करने की क्षमता रखता है। सैंपल टेस्ट करने के लिए 65 लैब हैं और सेकेंडरी टेस्ट के लिए भी 32 लैब मौजूद हैं। ये सब दिखाता है कि भारत कितनी मजबूती से कोरोना से लड़ने के लिए तैयार है।