पाकिस्तान को क्षेत्रीय अस्थिरता के स्रोत के रूप में दर्शाना वास्तविकता से दूर: एफओ

पाकिस्तान को क्षेत्रीय अस्थिरता के स्रोत के रूप में दर्शाना वास्तविकता से दूर: एफओ

  •  
  • Publish Date - June 2, 2025 / 02:20 PM IST,
    Updated On - June 2, 2025 / 02:20 PM IST

(सज्जाद हुसैन)

इस्लामाबाद, दो जून (भाषा) विदेश कार्यालय (एफओ) ने सोमवार को कहा कि पाकिस्तान को क्षेत्रीय अस्थिरता के स्रोत के रूप में चित्रित करने का कोई भी प्रयास वास्तविकता से अलग है।

एफओ आतंकवाद को लेकर पाकिस्तान की भारतीय नेतृत्व द्वारा की गई आलोचना का जवाब दे रहा था।

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और विदेश मंत्री एस जयशंकर सहित भारतीय नेताओं ने हाल के दिनों में सीमा पार आतंकवाद को समर्थन देने के लिए पाकिस्तान की कड़ी आलोचना की है।

एफओ ने एक बयान में कहा कि पाकिस्तान को क्षेत्रीय अस्थिरता के स्रोत के रूप में चित्रित करने का कोई भी प्रयास वास्तविकता से अलग है।

उसने कहा कि कश्मीर मुद्दा क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए खतरे वाला मुख्य मुद्दा बना हुआ है।

उसने कहा कि पाकिस्तान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रासंगिक प्रस्तावों और कश्मीर के लोगों की आकांक्षाओं के अनुरूप कश्मीर मुद्दे के न्यायसंगत और स्थायी समाधान की वकालत करने में दृढ़ रहेगा।

भारत ने कहा है कि केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर तथा केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख हमेशा से भारत के अभिन्न और अविभाज्य अंग रहे हैं और रहेंगे।

एफओ के बयान में कहा गया है कि पाकिस्तान शांति और रचनात्मक साझेदारी के लिए प्रतिबद्ध है, ‘‘लेकिन यह किसी भी आक्रमण के खिलाफ अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए भी उतना ही दृढ़ संकल्पित है’’।

गत 22 अप्रैल को पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव बढ़ गया। इस हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसके जवाब में भारत ने छह-सात मई की रात को पाकिस्तान और उसके कब्जे वाले कश्मीर में आतंकी ढांचे पर सटीक हमले किए।

पाकिस्तान ने 8, 9 और 10 मई को भारतीय सैन्य ठिकानों पर हमला करने का प्रयास किया। भारतीय पक्ष ने पाकिस्तानी कार्रवाइयों का मुंहतोड़ जवाब दिया।

इसके बाद 10 मई को दोनों पक्षों के सैन्य अभियान महानिदेशकों (डीजीएमओ) के बीच वार्ता के बाद सैन्य कार्रवाइयों को रोकने की सहमति बनी।

भाषा वैभव नरेश

नरेश