डेनवर। Russia-Ukraine war Update : रूस-यूक्रेन के बीच जंग जारी है। इस बीच रेप की शर्मनाक वारदात भी अब सामने आने लगी है। दरअसल युद्ध से सबसे ज्यादा नुकसान महिलाओं को हो रही है। खबर है कि मदद मांगने पर यूक्रेन की शरणार्थी महिलाओं और लड़कियों के साथ रेप किया जा रहा है।
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बता दें कि हमले के बाद से यूक्रेन छोड़ने वाले 36 लाख यूक्रेनी लोगों में लगभग सभी महिलाएं और बच्चे हैं। वहीं मदद मांगने पर महिलाओं और लड़कियों के साथ हैवानियत जैसा सलूक किया जा रहा है। रिपोर्ट में यह बात सामने आई है। मदद का भरोसा देकर अपने साथ रखते हैं इस बीच उनकी बेटी और बीवी के साथ जबरदस्ती किया जाता है। हालांकि अभी इन घटनों के पुख्ता सबूत नहीं मिले हैं।
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मानवीय संगठनों ने यूक्रेनी शरणार्थियों को भोजन और आश्रय जैसी जरूरतें देने के लिए कई कार्यक्रम चलाए हैं। जर्मनी में एक न्यूरोसाइंटिस्ट ने 24 मार्च, 2022 को ट्विटर पर लिखा कि एक सुबह उसे एक फोन आया, जिसमें फोन करने वाले ने उसे याद दिलाया कि उसने स्वेच्छा से शरणार्थियों की मेजबानी की पेशकश की है। अब, दो बच्चों वाली एक मां और एक बिल्ली को मदद की जरूरत थी। फोन करने वाले का सवाल था ‘क्या आप उन्हें अपने घर में रख सकती हैं?
रिसर्च में पता चला कि मानवीय सहायता कर्मियों तक को भी नागरिकों के खिलाफ दुर्व्यवहार करने से रोकना मुश्किल है। यौन हिंसा को रोकना और उसका जवाब देना और भी चुनौती भरा है जब ये उन लोगों की तरफ से किया जाता है जो किसी मदद करने वाली एजेंसी या शरणार्थियों की मदद करने वाले एनजीओ के लिए काम नहीं करते हैं।
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संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन से भागने वाले बच्चों, विशेष रूप से परिवार से अलग हुए बच्चों को यौन शोषण या काम कराने के लिए तस्करी के उच्च जोखिम का सामना करना पड़ रहा है। अब तक, कम से कम 500 यूक्रेनी बच्चे 24 फरवरी से 14 मार्च के बीच अपने आप यूक्रेन से सीमा पार करके रोमानिया पहुंच चुके हैं। अभी और के आने की संभावना है।
पिछले 20 साल में ऐसा भी देखा गया है कि सहायता कर्मियों ने उन्हीं लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया, जिनकी उन्हें मदद करनी थी. 2002 में, पश्चिम अफ्रीका में सहायता कर्मियों और संयुक्त राष्ट्र शांति सैनिकों की तरफ से नागरिकों को गाली देने के आरोप सामने आए। सहायता कर्मियों द्वारा यौन हिंसा की घटनाएं दुनिया भर में संघर्षों और शरणार्थी संकटों में एक सतत समस्या बनी हुई है।