झुकोवस्की। भारत और रूस पांचवीं जनरेशन के फाइटर जेट मिलकर बनाने क समझौते के दूसरे चरण में पहंुच गए है। दोनों देश जल्द ही इससे जुड़े करार पर दस्तखत करेंगे। रूस की सरकारी कंपनी रोसटेक कार्पोरेशन के सीईओ सर्गेई चेमेजोव ने बुधवार को 13वें आंतराष्ट्रीय एयरोस्पेस शो मैक्स के दौरान यह जानकारी साझा की। उन्होने बताया कि इस प्रोजेक्ट पर धीरे-धीरे प्रगति हो रही है, क्योंकि यह बहुत ही जटिल मामला है।
भारत-रूस के बीच फिफ्थ जनरेशन के लड़ाकू विमानों के लिए बातचीत जारी है। पहले चरण का समझौता हो चुका है और अब दूसरे चरण पर चर्चा हो रही है। उन्होने बताय कि भारत और रूस की सरकारों ने 2007 में भी युद्धक विमान बनाने का समझौता किया था। रूस इकलौता ऐसा देश है जो बिना किसी रोक-टोक के अपनी सभी टेक्नोलाॅजी भारत को देता है।