Scientist Sentenced For Animal Cruelty
नई दिल्लीः Scientist Sentenced For Animal Cruelty लोगों में वासना इतना हावी हो चुका है कि अब जानवरों को भी नहीं छोड़ रहे हैं। वहशी दरिंदें अब जानवरों को भी हवस का शिकार बना रहे हैं। ऐसा ही एक मामला ऑस्ट्रेलिया से सामने आया है। यहां एक शख्स पहले हवस मिटाता था। इसके बाद उसे पीट-पीटकर मौत के घाट उतार देता था। हैरानी की बात तो यह है कि जिस व्यक्ति के उपर यह आरोप लगा है, वह एक वैज्ञानिक है। अब यह मामला कोर्ट तक जा पहुंचा है। मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि इसके लिए उसे 249 साल की सजा सुनाई जा सकती है।
Scientist Sentenced For Animal Cruelty मीडिया रिपोर्ट्स में बताया गया है कि दोषी की पहचान जूलॉजिस्ट (प्राणी विज्ञानी) एडम ब्रिटन के रूप में हुई है, जिसे 60 से ज्यादा कुत्तों के साथ बलात्कार किया है। एडम ऑस्ट्रेलिया के डार्विन शहर में अपने घर में ही कुत्तों के साथ इस घिनौनी वारदात को अंजाम देता था। एडम कुत्तों से कुकर्म करने, उन्हें प्रताड़ित और उनकी हत्या करने की घटना को रिकॉर्ड भी करता था। उसने यह घिनौना कांड करने को घर में एक शिपिंग कंटेनर रखा हुआ था।
अब मामला आस्ट्रेलिया के सुप्रीम कोर्ट तक पहुंच गया है। एडम के खिलाफ चल रहे केस की सुनवाई अगस्त महीने में होगी, जो आखिरी होगी और उसी सुनवाई में सजा सुनाई जाएगी। एडम के वकील ने न्यूट सुप्रीम कोर्ट के न्यायाधीश माइकल ग्रांट के समक्ष एक रिपोर्ट पेश की है।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, एडम के वकील ने दावा किया कि उनके क्लाइंट का जेल में मेंटल चेकअप हुआ है। करीब 30 घंटे चली जांच के बाद उनकी मौजूदा मेंटल हेल्थ के बारे में रिपोर्ट में बताया गया है, जिस पर जज को विचार करना चाहिए। एडम पश्चाताप करना चाहते हैं और उनके पुनर्वास की संभावनाएं भी हैं।
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रिपोर्ट के अनुसार, एडम के वकील ने दावा कि है कि वह एक गंभीर बीमारी से ग्रस्त है। जब उसने क्राइम किया तो वह ‘पैराफिलिया’ बीमारी का शिकार था। वह बचपन से ही बीमारी से पीड़ित है, इसलिए उसने जो अपराध किए, इसमें उसकी कोई गलती नहीं है। उनके लिए इस बीमारी के साथ जीना आसान नहीं था, इसलिए उनकी सजा कम किए जाने पर विचार किया जाना चाहिए।