#pahalgam attack: पहलगाम आतंकी हमले को पाकिस्तान से जोड़ने का मामला, भारत के प्रयास के खिलाफ सीनेट में प्रस्ताव पारित

प्रस्ताव में पाकिस्तान को हमले से जोड़ने के सभी ‘‘तुच्छ और निराधार प्रयासों’’ को खारिज करते हुए कहा गया है कि बेकसूर आम नागरिकों की हत्या करना पाकिस्तान द्वारा बनाए गए मूल्यों के खिलाफ है।

  •  
  • Publish Date - April 25, 2025 / 07:34 PM IST,
    Updated On - April 25, 2025 / 08:53 PM IST

Raipur News/ Image Credit: IBC24 File

HIGHLIGHTS
  • भारत पर सुनियोजित और दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने का आरोप
  • सिंधु जल संधि को स्थगित रखने की भारत की घोषणा की भी निंदा

इस्लामाबाद: #pahalgam attack भारत एवं पाकिस्तान में बढ़ते तनाव के बीच सीनेट ने शुक्रवार को एक प्रस्ताव पारित कर भारत द्वारा पहलगाम आतंकी हमले से देश को जोड़ने के ‘‘तुच्छ और निराधार प्रयासों’’ को खारिज कर दिया। कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए हमले में 26 लोग मारे गए, जिनमें ज्यादातर पर्यटक थे। पाकिस्तान स्थित प्रतिबंधित लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है।

उप प्रधानमंत्री इशाक डार ने प्रस्ताव पेश किया, जिसे संसद के ऊपरी सदन में सभी दलों का समर्थन मिला। प्रस्ताव में कहा गया है, ‘‘पाकिस्तान जल आतंकवाद या सैन्य उकसावे सहित किसी भी आक्रामकता के खिलाफ अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह सक्षम और तैयार है।’’ प्रस्ताव में पाकिस्तान को हमले से जोड़ने के सभी ‘‘तुच्छ और निराधार प्रयासों’’ को खारिज करते हुए कहा गया है कि बेकसूर आम नागरिकों की हत्या करना पाकिस्तान द्वारा बनाए गए मूल्यों के खिलाफ है।

read more:  Waqf Amendment Law: वक्फ कानून पर केंद्र सरकार का हलफनामा, सुप्रीम कोर्ट में कहा- धार्मिक अधिकार में नहीं होगा कोई हस्तक्षेप

भारत पर सुनियोजित और दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने का आरोप

#pahalgam attack प्रस्ताव में ‘‘पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए भारत सरकार द्वारा सुनियोजित और दुर्भावनापूर्ण अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए इसकी निंदा की गई है और कहा गया है कि इस तरह के प्रयास तुच्छ राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए आतंकवाद के मुद्दे का इस्तेमाल करने का चिर परिचित तरीका है।’’

प्रस्ताव में सिंधु जल संधि को स्थगित रखने की भारत की घोषणा की भी निंदा की गई और कहा गया कि यह कदम ‘‘युद्ध की कार्रवाई’’ के बराबर है। इससे पहले, उप प्रधानमंत्री ने सदन को सूचित किया कि विदेश कार्यालय ने क्षेत्र की वर्तमान स्थिति के बारे में 26 देशों के राजनयिकों को जानकारी दी।

read more: चार आदिवासी लड़कियों के साथ गैंगरेप, 7 युवकों ने दिया घटना को अंजाम, गिरफ्तार

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान के सशस्त्र बल भारत के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने के लिए पूरी तरह तैयार हैं और उन्होंने कहा कि इस तरह के किसी भी कदम का जवाब पूर्व की तरह ही दिया जाएगा।

प्रस्ताव पारित होने से एक दिन पहले पाकिस्तान में शीर्ष असैन्य एवं सैन्य नेताओं की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक में भारत के साथ शिमला समझौते और अन्य द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित कर दिया गया था, सभी तरह के व्यापार को निलंबित कर दिया गया और भारतीय एयरलाइनों के लिए देश के हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया गया।

पाकिस्तानी सरकार ने भारत से कहा है कि वह ‘‘अपने संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पहलगाम जैसी घटनाओं को लेकर आरोप प्रत्यारोप और दुर्भावनापूर्ण, पूर्वाग्रह से प्रेरित, भड़काऊ बयानों से दूर रहे’’। भारत ने बुधवार को हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई कदमों की घोषणा की।

read more: राज्य में रह रहे पाकिस्तानी नागरिकों की सूची तैयार, उनकी वापसी पर नजर रखी जा रही: फडणवीस 

क्या पाकिस्तान की सीनेट ने भारत पर किस तरह का आरोप लगाया है?

पाकिस्तान की सीनेट ने भारत पर यह आरोप लगाया कि वह पहलगाम आतंकी हमले को लेकर पाकिस्तान को बदनाम करने के लिए एक सुनियोजित और दुर्भावनापूर्ण अभियान चला रहा है। प्रस्ताव में यह भी कहा गया है कि भारत के इस तरह के प्रयास तुच्छ राजनीतिक लाभ हासिल करने के लिए आतंकवाद के मुद्दे का इस्तेमाल करने का तरीका है।

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के कारण क्या हैं?

भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद बढ़ा है, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। पाकिस्तान ने इस हमले की जिम्मेदारी लश्कर-ए-तैयबा से संबद्ध 'द रेसिस्टेंस फ्रंट' (टीआरएफ) द्वारा ली गई थी। भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया, जबकि पाकिस्तान ने इन आरोपों को खारिज करते हुए भारत को आतंकवाद के मुद्दे का राजनीतिक इस्तेमाल करने के लिए दोषी ठहराया।

पाकिस्तान ने शिमला समझौते और द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित क्यों किया?

पाकिस्तान ने भारत के साथ शिमला समझौते और अन्य द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित कर दिया है, क्योंकि उसे भारत के हालिया कदमों और बयानबाजी से यह आभास हुआ कि भारत पाकिस्तान को बदनाम करने की कोशिश कर रहा है। इसके अतिरिक्त, पाकिस्तान ने भारतीय एयरलाइनों के लिए अपने हवाई क्षेत्र को बंद कर दिया और सभी व्यापारिक गतिविधियों को निलंबित कर दिया।

पाकिस्तान ने भारत को क्या संदेश भेजा है?

पाकिस्तान ने भारत से कहा है कि वह अपने संकीर्ण राजनीतिक एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए पहलगाम जैसी घटनाओं का उपयोग करने और भड़काऊ बयानबाजी से दूर रहे। पाकिस्तान ने यह भी कहा है कि वह अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा करने के लिए पूरी तरह तैयार है और किसी भी आक्रामकता का सामना करेगा।

भारत ने पहलगाम हमले के बाद किस तरह के कदम उठाए?

भारत ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कई कदमों की घोषणा की, जिनमें पाकिस्तान से जुड़े कुछ व्यापारिक प्रतिबंध और कूटनीतिक कदम शामिल थे। इसके अलावा, भारत ने पाकिस्तान पर आतंकवाद का समर्थन करने का आरोप लगाया और अंतर्राष्ट्रीय मंच पर इस मुद्दे को उठाया।