Sri Lanka Weather Crisis: इस देश में मूसलाधार बारिश से हर दिन जा रही हैं कई जानें, अचानक आई तबाही ने मचाया हाहाकार!.. सरकार ने अब लिया ये बड़ा फैसला

श्रीलंका इस समय गंभीर मौसम संकट का सामना कर रहा है, जहाँ कई दिनों से जारी मूसलाधार बारिश ने बाढ़ और भूस्खलन जैसी आपदाओं को भयावह रूप दे दिया है। इन घटनाओं में अब तक 47 लोगों की जान जा चुकी है और 21 लोग लापता हैं।

Sri Lanka Weather Crisis: इस देश में मूसलाधार बारिश से हर दिन जा रही हैं कई जानें, अचानक आई तबाही ने मचाया हाहाकार!.. सरकार ने अब लिया ये बड़ा फैसला

Sri Lanka Weather Crisis / Ani News

Modified Date: November 28, 2025 / 11:00 am IST
Published Date: November 28, 2025 10:58 am IST
HIGHLIGHTS
  • श्रीलंका में बारिश से बाढ़ और भूस्खलन।
  • अब तक 47 मौतें और 21 लोग लापता।
  • राहत–बचाव में सेना, नौसेना और पुलिस तैनात।

Sri Lanka Weather Crisis: कोलंबो: श्रीलंका में बीते कई दिनों से मूसलाधार बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है जिसके कारण बाढ़ और विनाशकारी भूस्खलन हो रहे हैं और बड़ी तबाही देखने को मिल रही है। मिली जानकारी के अनुसार इन आपदाओं के कारण अब तक 47 की मौत और 21 लोग लापता हो चुके हैं।

बाढ़ और भूस्खलन ने बिगाड़ी स्थिति

केंद्रीय आपदा प्रबंधन केंद्र के अनुसार, तेज बारिश के कारण जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे नदियाँ उफान पर हैं और कई जिलों में पानी घरों के भीतर तक घुस गया है। पहाड़ी क्षेत्रों में भूस्खलन की घटनाएँ लगातार बढ़ रही हैं, जिसके चलते बचाव दलों को राहत कार्यों के दौरान भारी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है।

पिछले साल भारी बारिश के कारण आई थी बाढ़

इससे पहले, अक्टूबर 2024 में भारी बारिश के कारण राजधानी कोलंबो और उपनगरीय क्षेत्रों सहित देश के कई हिस्सों में बाढ़ आई थी। इससे 1 लाख 34 हज़ार से अधिक लोग प्रभावित हुए थे। कोलंबो में स्कूलों को बंद करना पड़ा था। कुछ इलाकों में पानी घरों और दुकानों की छतों तक पहुंच गया था। आपदा प्रभावित इलाकों में 10,000 से अधिक लोग सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किए गए हैं। सेना, नौसेना और पुलिस की टीमें स्थानीय प्रशासन के साथ लगातार राहत और बचाव अभियान चला रही हैं।

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राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने बुलाई आपात बैठक

गंभीर संकट को देखते हुए श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने राजधानी कोलंबो में एक उच्च स्तरीय आपातकालीन बैठक (क्राइसिस मीटिंग) बुलाई। इस बैठक में मौसम विभाग, आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, सेना और स्वास्थ्य विभाग के शीर्ष अधिकारियों ने भाग लिया। राष्ट्रपति ने प्रभावित क्षेत्रों में राहत सामग्री की तत्काल आपूर्ति, सुरक्षित निकासी, चिकित्सा सुविधाओं को मजबूत करने और आपातकालीन वित्तीय सहायता की व्यवस्था करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सरकार हर नागरिक की सुरक्षा और पुनर्वास के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।

हालात पर लगातार नजर

सरकार ने आगामी दिनों में भी भारी बारिश की संभावना जताई है, जिसके चलते कई जिलों में स्कूलों और कॉलेजों को एहतियातन बंद रखा गया है। प्रशासन ने चेतावनी जारी करते हुए लोगों को नदियों के किनारे और भूस्खलन संभावित क्षेत्रों से दूर रहने को कहा है।

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