(year ender 2025/ Image Credit: IBC24 News Customize)
Year Ender 2025: साल 2025 अब अपने अंतिम चरण में है। जहां इस वर्ष कई सकारात्मक और ऐतिहासिक उपलब्धियों दर्ज हुई। वहीं, यह साल कई बड़े विवादों और मुद्दों के कारण भी याद रखा जाएगा। राजनीतिक, कूटनीटिक, न्यायिक और आर्थिक मोर्चों पर हुई घटनाओं ने देश की राजनीति और समाज को गहराई से प्रभावित किया।
बिहार विधानसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग द्वारा मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की घोषणा ने देशभर में राजनीतिक तूफान खड़ा कर दिया। विपक्षी दलों ने इस प्रक्रिया पर सवाल उठाते हुए चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर संदेह जताया। कांग्रेस समेत कई दलों ने सरकार पर वोटरों के नाम हटाने के आरोप लगाए, जबकि चुनाव आयोग और केंद्र सरकार ने इन आरोपों को खारिज करते हुए इसे पारदर्शी प्रक्रिया बताया। बिहार में SIR के तहत करीब 65 लाख नाम हटाए गए, वहीं देश के 12 राज्यों में चल रही प्रक्रिया में ड्राफ्ट स्तर पर लगभग साढ़े तीन करोड़ नाम हटाए जा चुके हैं। चुनाव आयोग की योजना इसे पूरे देश में लागू करने की है।
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में आतंकियों ने धर्म पूछकर निर्दोष नागरिकों को निशाना बनाया, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। यह घटना देश में सांप्रदायिक तनाव भड़काने की साजिश के तौर पर देखी गई।
हमले के बाद भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए ‘ऑपरेशन सिंदूर‘ के तहत पाकिस्तान में मौजूद आतंकी ठिकानों पर सटीक कार्रवाई की। भारत ने यह स्पष्ट किया कि कार्रवाई केवल आतंकियों तक सीमित थी और आम नागरिकों को नुकसान नहीं पहुंचाया गया। चार दिन चले तनाव के बाद पाकिस्तान ने संघर्ष विराम की पेशकश की, जिसे भारत ने स्वीकार कर लिया।
2025 में सरकार द्वारा वक्फ अधिनियम 1995 में संशोधन पेश किए जाने के बाद देशभर में विरोध देखने को मिला। मुस्लिम संगठनों ने इन बदलावों के खिलाफ प्रदर्शन किए। संशोधन में कलेक्टर को वक्फ संपत्तियों के सर्वे और स्वामित्व निर्धारण का अधिकार दिया गया, वक्फ बोर्ड में महिलाओं और गैर-मुस्लिम सदस्यों को शामिल करने का प्रावधान किया गया और सरकारी संपत्तियों को वक्फ घोषित करने पर रोक लगाई गई। मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचा, जहां कोर्ट ने कानून पर रोक लगाने से इनकार कर दिया, हालांकि कुछ प्रावधानों पर आंशिक राहत दी गई।
डोनाल्ड ट्रंप के दूसरे कार्यकाल में भारत-अमेरिका संबंधों में पहले जैसी गर्मजोशी नजर नहीं आई। ट्रंप प्रशासन ने भारत पर अधिक टैरिफ लगाने के आरोप लगाते हुए भारी-भरकम शुल्क थोप दिए गए। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान के प्रति ट्रंप के रुख और बाद में रूस से तेल खरीद को लेकर लगाए गए आरोपों ने स्थिति और बिगाड़ दी। अमेरिका ने भारत पर 50 प्रतिशत तक टैरिफ लगाया, जो वैश्विक स्तर पर सबसे ऊंचे टैरिफ में गिना गया। इससे दोनों देशों के रिश्तों में तनाव बढ़ा।
जुलाई 2025 में उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का अचानक इस्तीफा भारतीय राजनीति की सबसे चौंकाने वाली घटनाओं में से एक रहा। उन्होंने खराब स्वास्थ्य को कारण बताया, लेकिन विपक्ष ने इसे दबाव में लिया गया फैसला करार दिया। इस्तीफे के बाद धनखड़ सार्वजनिक रूप से बहुत कम दिखाई दिए। हालांकि, सीपी राधाकृष्णन के उपराष्ट्रपति पद संभालने के बाद यह विवाद धीरे-धीरे शांत हो गया।