नीतीश ने लालू पर तंज करते हुए कहा- उन्हें सिर्फ अपने परिवार की चिंता है, पर हम सबके लिए काम करते हैं

नीतीश ने लालू पर तंज करते हुए कहा- उन्हें सिर्फ अपने परिवार की चिंता है, पर हम सबके लिए काम करते हैं

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  • Publish Date - September 26, 2025 / 07:28 PM IST,
    Updated On - September 26, 2025 / 07:28 PM IST

पटना, 26 सितंबर (भाषा) बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुक्रवार को अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी और राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद पर परोक्ष रूप से निशाना साधा और उन पर वंशवादी राजनीति करने और केवल अपने परिवार की ‘परवाह’ करने का आरोप लगाया।

कुमार ने यह टिप्पणी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना की शुरुआत के मौके पर की।

मुख्यमंत्री ने कहा, “राज्य की राजग सरकार लगातार बिहार के सर्वांगीण विकास और महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए काम कर रही है। वर्ष 2005 से पहले की सरकार ने महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया। सबको मालूम है कि जब उन्हें (लालू प्रसाद) हटाया गया तो उन्होंने अपनी पत्नी (राबड़ी देवी) को मुख्यमंत्री बना दिया। उन्होंने सिर्फ अपने परिवार की परवाह की, जबकि हम सबके लिए, राज्य की जनता के लिए काम करते हैं।”

राबड़ी देवी 1997 में मुख्यमंत्री बनी थीं जब उनके पति लालू प्रसाद को चारा घोटाले में सीबीआई द्वारा आरोपपत्र दाखिल किए जाने के बाद पद छोड़ना पड़ा। बाद में लालू प्रसाद इस मामले में दोषी करार दिए गए।

नीतीश कुमार ने दावा किया, “नवंबर 2005 में राज्य में राजग की सरकार बनाने के बाद राज्य ने शिक्षा, स्वास्थ्य और अन्य सभी क्षेत्रों में जबरदस्त प्रगति की है। राज्य में कानून का शासन कायम करना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमने महिलाओं के सशक्तीकरण पर विशेष ध्यान दिया है।”

प्रधानमंत्री ने दिल्ली से वर्चुअल माध्यम से बिहार की मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना का शुभारंभ करते हुए 75 लाख महिलाओं के बैंक खातों में 10-10 हजार रुपये की राशि अंतरित की।

7,500 करोड़ रुपये की इस योजना का उद्देश्य महिलाओं को स्वरोजगार और आजीविका के अवसरों के माध्यम से सशक्त बनाना है।

इस मौके पर पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी सहित कई केंद्रीय और राज्य मंत्रियों ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए भाग लिया। बड़ी संख्या में महिलाएं भी इस कार्यक्रम से ऑनलाइन जुड़ीं।

राज्य में आगामी विधानसभा चुनाव से पहले इस योजना की शुरुआत को राजनीतिक दृष्टि से महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

भाषा कैलाश

संतोष

संतोष