Bihar CM Oath: 10 राज्यों के CM, PM मोदी की उपस्थिति…नीतीश कुमार लेंगे 10वीं बार CM पद के लिए शपथ, लेकिन डिप्टी CM की कुर्सी पर कौन बैठेगा ? यहां पाएं सारे जवाब

बिहार में राजनीति का एक नया इतिहास रचा जा रहा है, नीतीश कुमार दसवीं बार मुख्यमंत्री बनने जा रहे हैं। उनके शपथ ग्रहण समारोह की व्यवस्था पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में की गई है, जहाँ आज सुबह 11.30 बजे यह भव्य कार्यक्रम आयोजित होगा।

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  • Publish Date - November 20, 2025 / 06:43 AM IST,
    Updated On - November 20, 2025 / 10:33 AM IST

bihar cm oath/ image source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • नीतीश कुमार 10वीं बार बनेंगे मुख्यमंत्री
  • आज सुबह 11.30 बजे लेंगे शपथ
  • सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे

Bihar CM Oath: पटना: बिहार की राजनीति आज एक ऐतिहासिक क्षण का साक्षी बनने जा रही है, जहाँ नीतीश कुमार दसवीं बार मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। पटना के प्रतिष्ठित गांधी मैदान में आयोजित इस भव्य समारोह की सभी तैयारियाँ पूरी कर ली गई हैं।

Bihar CM Oath Ceremony: आज सुबह 11.30 बजे लेंगे शपथ

आज सुबह 11.30 बजे यह कार्यक्रम शुरू होगा, जिसमें राज्य और केंद्र की राजनीति का अभूतपूर्व संगम देखने को मिलेगा। शपथ ग्रहण समारोह में नीतीश कुमार के साथ सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा भी उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। एनडीए गठबंधन की नई सरकार को मजबूत जनादेश के साथ बिहार में स्थिरता और विकास की नई राह दिखाने की उम्मीद है।

Bihar CM Shapath Grahan: शपथ ग्रहण में पीएम मोदी भी रहेंगे मौजूद

Bihar CM Oath: इस मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं पटना पहुँचेंगे। कार्यक्रम में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह सहित कई वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे। इसके अलावा 10 राज्यों के मुख्यमंत्री भी इस समारोह में शामिल होंगे, जिनमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गोवा, असम और ओडिशा जैसे प्रमुख राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हैं। इतनी बड़ी राष्ट्रीय उपस्थिति इस शपथ ग्रहण समारोह को और भी खास बनाती है तथा यह एनडीए सरकार की एकजुटता का प्रदर्शन भी है।

Bihar Government Formation: गांधी मैदान में कड़ी सुरक्षा

Bihar CM Oath: पटना का गांधी मैदान सुरक्षा के कड़े प्रबंधों के बीच पूरी तरह तैयार कर दिया गया है। हजारों की संख्या में कार्यकर्ताओं और आम नागरिकों के पहुँचने की संभावना को देखते हुए प्रशासन अलर्ट मोड पर है। इस ऐतिहासिक आयोजन को बिहार की राजनीति का नया अध्याय माना जा रहा है, जहाँ अनुभव, गठबंधन और नेतृत्व की निरंतरता एक बार फिर केंद्र में है। नीतीश कुमार के सामने विकास, रोजगार, शिक्षा और प्रशासनिक सुधार जैसी बड़ी चुनौतियाँ होंगी, जिन पर नई सरकार की दिशा और सफलता निर्भर करेगी।

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