Jyoti Singh Viral Video: जिस होटल में ठहरी थी ज्योति सिंह, उसी जगह प्रशासनिक टीम ने क्यों मारा छापा? पवन सिंह की पत्नी का एक और वीडियो हुआ वायरल

Jyoti Singh Viral Video: ज्योति सिंह जिस होटल में रुकी थी वहां प्रशासन की टीम ने देर रात छापामार कार्रवाई की।

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  • Publish Date - November 12, 2025 / 11:49 AM IST,
    Updated On - November 12, 2025 / 12:16 PM IST

Jyoti Singh Viral Video/Image Credit: @ChapraZila X Handle

HIGHLIGHTS
  • फिर चर्चा में आई पवन सिंह की पत्नी ज्योति सिंह।
  • जिस होटल में रुकी थी ज्योति, वहां प्रशासन की टीम ने मारा छापा।
  • ज्योति सिंह का वीडियो सोशल मीडिया पर हो रहा वायरल।

Jyoti Singh Viral Video: पटना: भोजपुरी सुपरस्टार पवन सिंह की पत्नी काराकाट विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय प्रत्याशी ज्योति सिंह एक बार फिर से चर्चा में आ गई है। दरअसल, ज्योति सिंह जिस होटल में रुकी थी वहां प्रशासन की टीम ने देर रात छापामार कार्रवाई की। ज्योति सिंह का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमे ज्योति सिंह खुद प्रशासन के छापे पर सवाल उठाती दिख रही हैं।

ज्योति सिंह का वीडियो हो रहा वायरल

Jyoti Singh Viral Videoइस वीडियो में ज्योति सिंह बिक्रमगंज के अनुमंडल पदाधिकारी प्रभात कुमार से बिना महिला कांस्टेबल के होटल में छापेमारी के बारे में सवाल करती नजर आ रही है। वीडियो के अंत में अनुमंडल पदाधिकारी डिटेंशन की बात कहते भी सुनाई दे रहे हैं। ज्योति सिंह ने इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रताड़ना करार दिया है और आरोप लगाया है कि प्रशासन ने उनके खिलाफ षड्यंत्र रच कर बिना महिला फोर्स के उनके होटल में छापेमारी की है।

ज्योति ने लगाया परेशान करने का आरोप

Jyoti Singh Viral Video:  होटल में हुई छापेमार कार्रवाई को लेकर ज्योति सिंह ने कहा कि, यह कार्रवाई उन्हें चुनावी मैदान से दबाव में लाने और राजनीतिक रूप से परेशान करने के लिए की गई है। उन्होंने प्रशासन की इस कार्रवाई को अनुचित और गैरकानूनी बताया है।

आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई सामने

Jyoti Singh Viral Video:  वहीं इस मामले में अब तक प्रशासन या फिर पुलिस की तरफ से कोई भी आधिकारिक प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। प्रशासन ने इस छापेमारी की वजह या इसके उद्देश्य को सार्वजनिक नहीं किया है। बिक्रमगंज क्षेत्र में इस घटना ने राजनीतिक हलकों और आम लोगों के बीच चर्चा बढ़ा दी है। कई लोग इसे चुनाव को प्रभावित करने की एक कोशिश मान रहे हैं, वहीं कुछ लोग प्रशासन की कार्रवाई का समर्थन भी कर रहे हैं।

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