पीरियड्स के दौरान हो रही ये बड़ी परेशानी, कोरोना वैक्सीन लगाने से क्या है 'कनेक्शन'? | This big problem happening during periods, what is the 'connection' by applying corona vaccine?

पीरियड्स के दौरान हो रही ये बड़ी परेशानी, कोरोना वैक्सीन लगाने से क्या है ‘कनेक्शन’?

पीरियड्स के दौरान हो रही ये बड़ी परेशानी, कोरोना वैक्सीन लगाने से क्या है 'कनेक्शन'?

:   Modified Date:  December 19, 2022 / 12:41 PM IST, Published Date : December 19, 2022/9:53 am IST

नई दिल्ली: Corona vaccine in Periods :कोरोना वायरस संक्रमण से ठीक होने के बाद शरीर में कई प्रकार की समस्याएं देखेने को मिल रही हैं। इसी कड़ी में ब्रिटेन में कोरोना वैक्सीन (Corona Vaccine) के बाद महिलाओं को पीरियड्स (Periods) से जुड़ी समस्याएं सामने आई हैं। लगभग 35000 महिलाओं ने कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद पीरियड्स के अनियमित होने की शिकायत दर्ज कराई है। हालांकि कुछ ही समय में इन महिलाओं के पीरियड्स पहले की तरह सामान्य भी हो गए। फाइजर, एस्ट्राजेनेका और मॉडर्ना वैक्सीन लगवाने के बाद महिलाओं ने इस तरह की शिकायत दर्ज कराईं है।

यह भी पढ़ें: टीके का प्रभाव वक्त के साथ कम होता है, लेकिन यह गंभीर रूप से बीमार पड़ने और मौत से बचाता है

periods and corona vaccine  : ब्रिटेन में इंपीरियल कॉलेज लंदन में रीप्रोडक्टिव इम्यूनोलॉजी (Reproductive Immunology) की प्रोफसर डॉ विक्टोरिया ने कहा, डेटा एनालिसिस के बाद यह पाया गया कि जिन महिलाओं ने पीरियड्स को लेकर शिकायत दर्ज कराई उनमें से किसी को भी फर्टिलिटी (Fertility Issues) संबंधी कोई समस्या सामने नहीं आई। ब्रिटिश मेडिकल जर्नल (BMJ) में उन्होंने लिखा, इस तरह के मामलों की जांच के लिए और अधिक स्टडी की आवश्यकता है। हालांकि UK की ड्रग वॉचडॉग द मेडिसिन्स एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (MHRA) ने अभी तक कोरोना वैक्सीन और पीरियड्स के मुद्दों के बीच किसी भी तरह के लिंक को नकार दिया है।

यह भी पढ़ें: शेयर बाजार ने बनाया नया रिकॉर्ड, पहली बार छुआ 59 हजार का आंकड़ा, जानें क्या रहें शेयरों का हाल

Dailymail ने डॉ माले के हवाले से लिखा कि पहले की स्टडी में ये सामने आया कि एचपीवी वैक्सीन लगवाने के बाद महिलाओं के पीरियड्स की डेट में बदलाव हुआ था लेकिन ये कोई गंभीर समस्या नहीं है, हालांकि विशेषज्ञ मानते हैं कि इस तरह की समस्या अधिक महिलाओं को भी हो सकती है, यानी कि 35000 महिलाओं का जो डेटा है उससे वास्तविक नंबर कहीं अधिक हो सकते हैं। विशेषज्ञों का यह भी कहना है कि ज्यादातर महिलाओं की पीरियड्स डेट कुछ ही दिनों में पहले की तरह सामान्य हो रही है इसलिए कोई चिंता की बात नहीं।

यह भी पढ़ें: महाराष्ट्र : कल्याण में लूटपाट और हत्या के मामले में तीन लोग गिरफ्तार

सिर्फ अनियमितता ही नहीं बल्कि कुछ महिलाओं ने ज्यादा ब्लीडिंग होने की भी शिकायत दर्ज कराई, एमएचआरए ने ऐसे मामलों की जांच शुरू कर दी है, ज्यादा ब्लीडिंग होने की स्पष्ट वजह नहीं पता चल पा रही है, कुछ महिलाओं ने इस बाबत सोशल मीडिया पर भी अपना अनुभव शेयर किया है।