रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की मुख्य बातें

रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा की मुख्य बातें

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  • Publish Date - October 9, 2020 / 07:27 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 08:48 PM IST

नयी दिल्ली, नौ अक्टूबर (भाषा) रिजर्व बैंक ने मौद्रिक नीति की समीक्षा पर हुई इस साल की पांचवीं बैठक में नीतिगत दर को चार प्रतिशत पर बरकरार रखा है। नवगठित मौद्रिक नीति समिति की यह पहली बैठक हुई। बैठक में लिये गये फैसलों की मुख्य बातें इस प्रकार हैं:

-रिजर्व बैंक ने प्रमुख नीतिगत दर रेपो को 4 प्रतिशत पर बरकरार रखा।

-चालू वित्त वर्ष में वास्तविक जीडीपी दर में आ सकती है 9.5 प्रतिशत की गिरावट।

-जीडीपी में सितंबर तिमाही में 9.8 प्रतिशत और दिसंबर तिमाही में 5.6 प्रतिशत की गिरावट, मार्च तिमाही में 0.5 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान।

-अगले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में जीडीपी में 20.6 प्रतिशत वृद्धि का अनुमान।

-आर्थिक वृद्धि को समर्थन देने के लिये उदार रुख बरकरार।

-दास ने कहा, कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में भारतीय अर्थव्यवस्था निणार्यक चरण में प्रवेश कर रही है।

-अर्थव्यवस्था में पहली तिमाही में आई गिरावट पीछे छूट चुकी है, स्थिति में सुधार के संकेत दिखने लगे हैं।

-नियंत्रण अथवा अंकुश लगाने के बजाय अब अर्थव्यवस्था को उबारने पर ध्यान केंद्रित करने की जरूरत।

-चालू वित्त वर्ष की चौथी तिमाही तक मुद्रास्फीति के तय लक्ष्य के दायरे में आ जाने का अनुमान।

-मुद्रास्फीति के सितंबर तिमाही में 6.8 प्रतिशत रहने का अनुमान।

-मुद्रास्फीति में आया मौजूदा उभार अस्थाई, कृषि परिदृश्य दिख रहा उज्ज्वल, कच्चे तेल की कीमतें दायरे में रहने की उम्मीद।

-रियल टाइम फंड ट्रांसफर के लिये दिसंबर से चौबीसों घंटे काम करेगी आरटीजीएस प्रणाली।

-रिजर्व बैंक प्रणाली में संतोषजनक तरलता की स्थिति बनाये रखेगा, अगले सप्ताह खुले बाजार परिचालन के तहत 20,000 करोड़ रुपये जारी किये जायेंगे।

भाषा सुमन मनोहर

मनोहर