Petrol Diesel Price 20 November 2025: डीजल 6 रुपए महंगा, बस-ट्रक मालिकों को लगा जोर का झटका, जानिए पेट्रोल के रेट में हुआ कितना बदलाव
नई दिल्ली: Petrol Diesel Price Today: भारत में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हर दिन सुबह 6 बजे अपडेट होती हैं और ये अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों व विदेशी मुद्रा विनिमय दर पर निर्भर करती हैं। इसी वजह से अलग-अलग राज्यों और शहरों में टैक्स और परिवहन लागत के कारण ईंधनों की कीमतें अलग-अलग होती हैं।
देश की तेल विपणन कंपनियों ने आज 13 अक्टूबर 2025 के लिए पेट्रोल और डीजल की नई कीमतें जारी कर दी हैं। वही, पिछले कई सप्ताह से ईंधन की कीमतों में कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है, लेकिन हर दिन सुबह 6 बजे रेट अपडेट किए जाते हैं। ऐसे में वाहन में फ्यूल भरवाने से पहले अपने शहर का ताजा भाव अवश्य चेक कर लें।
| शहर | पेट्रोल (₹) | डीजल (₹) |
| नई दिल्ली | ₹94.77 | ₹87.67 |
| मुंबई | ₹103.50 | ₹90.03 |
| कोलकाता | ₹105.41 | ₹92.02 |
| चेन्नई | ₹100.80 | ₹92.39 |
| अहमदाबाद | ₹94.98 | ₹90.67 |
| बेंगलुरु | ₹102.92 | ₹90.99 |
| नोएडा | ₹94.77 | ₹87.89 |
| मेरठ | ₹94.68 | ₹87.79 |
| आगरा | ₹94.57 | ₹87.64 |
| अलीगढ़ | ₹94.82 | ₹88.83 |
| जयपुर | ₹104.72 | ₹90.21 |
| इंदौर | ₹106.41 | ₹91.81 |
| पटना | ₹105.60 | ₹91.83 |
| रांची | ₹97.86 | ₹92.62 |
| सूरत | ₹95.00 | ₹89.50 |
| चंडीगढ़ | ₹94.30 | ₹82.45 |
एक लीटर पेट्रोल की कीमत में केवल ईंधन की लागत ही नहीं होती, बल्कि उस पर कई तरह के टैक्स और शुल्क भी लगते हैं। उदाहरण के तौर पर मूल्य और ट्रांसपोर्ट चार्ज 53.07 रुपये, केंद्र सरकार की एक्साइज ड्यूटी 21.90 रुपये, राज्य सरकार का वैट 15.40 रुपये और डीलर कमीशन 4.40 रुपये जुड़ते हैं। इन सभी भाव को जोड़ने पर उपभोक्ता को 94.77 रुपये प्रति लीटर के आसपास भुगतान करना पड़ता है। इसका मतलब है कि पेट्रोल की असली कीमत से करीब 40% हिस्सा सिर्फ टैक्स और शुल्क का होता है।
पेट्रोल और डीजल फिलहाल जीएसटी के दायरे में नहीं आते। इसका मतलब है कि अगर सरकार जीएसटी दरों में बदलाव भी करती है, तो इसका प्रभाव ईंधन के दामों पर नहीं पड़ेगा। यही वजह है कि देश में ईंधन की खुदरा कीमतों में टैक्स का योगदान सबसे ज्यादा होता है।
पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बदलाव कई कारकों पर निर्भर करता है जिनमें:
अंतर्राष्ट्रीय क्रूड ऑयल के भाव: भारत अधिकतर कच्चा (क्रूड) तेल आयात करता है और विदेशी बाजार की चाल से यहां की कीमतें प्रभावित होती हैं।
सरकारी टैक्स: केंद्र और राज्य सरकारें अलग-अलग टैक्स लगाती हैं, जिसकी वजह से हर राज्य में कीमतें अलग होते हैं।
डॉलर-रुपया विनिमय दर: डॉलर के मुकाबले रुपया कमजोर होने पर आयात महंगा हो जाता है।
रिफाइनिंग और डिलीवरी खर्च: तेल को प्रोसेस कर पंप तक लाने की लागत भी उपभोक्ता से वसूले जाते हैं।
बीते कुछ महीनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें स्थिर हैं, लेकिन बाजार और टैक्स स्ट्रक्चर में बदलाव की वजह से कभी भी भाव ऊपर-नीचे हो सकते हैं। ऐसे में प्रतिदिन ताजा रेट की जानकारी रखना आपके मासिक बजट को संतुलित बनाए रखने में काफी मददगार साबित हो सकता है।