केंद्र ने अदार पूनावाला को दी थी Y कैटिगरी की सुरक्षा, फिर भी क्यों छोड़ा देश? समझिए

केंद्र ने अदार पूनावाला को दी थी Y कैटिगरी की सुरक्षा, फिर भी क्यों छोड़ा देश? समझिए

  •  
  • Publish Date - May 2, 2021 / 11:01 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:55 PM IST

नयी दिल्ली, दो मई (भाषा) भारत में कोविड- 19 टीके की बढ़ती मांग के बीच मिल रही कथित धमकियों के बाद लंदन पहुंच चुके सीरम इंस्टीट्यूट आफ इंडिया (एसआईआई) के सीईओ अदार पूनावाला ने कहा है कि वह जल्द ही भारत लौटेंगे। उन्होंने कहा कि एसआईआई में कोविशील्ड टीके का उत्पादन पूरे जोरों पर हो रहा है। पूनावाला ने ‘दि टाइम्स’ के साथ एक साक्षात्कार में भारत में उन्हें धमकियां मिलने जैसी बात कही थी। कोविड- 19 टीके की मांग में आई भारी तेजी और उसको लेकर उन पर बढ़ते अप्रत्याशित दबाव और वैक्सीन की आपूर्ति को लेकर भारत के कुछ सबसे प्रभावशाली लोगों की उग्र फोन काल मिलने के बाद वह परिवार के साथ लंदन चले गये।

read more: राज्यसभा सांसद सुशील मोदी के छोटे भाई अशोक कुमार मो…

पूनावाला ने देर रात किये गये एक ट्वीट में शनिवार को कहा कि कोविशील्ड का उत्पादन पूरे जोरों पर हो रहा है। आक्सफोर्ड और एस्ट्रा जेनेका के कोविड- 19 टीके का उत्पादन सीरम इंस्टीट्यूट द्वारा किया जा रहा है। अपने ट्वीट में पूनावाला ने कहा, ‘‘यह बताते हुये प्रसन्नता हो रही है कि कोविशील्ड का उत्पादन पुणे में पूरे जोरशोर के साथ हो रहा है। मैं कुछ ही दिन में भारत लौटकर कामकाज की समीक्षा करूंगा।’’ उन्होंने हालांकि भारत लौटने की समयसीमा के बारे में नहीं बताया।

पूनावाला ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘ब्रिटेन में अपने सभी भागीदारों और संबंधित पक्षों के साथ बहुत अच्छी बैठक हुई। बहरहाल, यह बताते हुये मुझे प्रसन्नता है कि पुणे में कोविशील्ड का उत्पादन पूरे जोरों से चल रहा है। कुछ ही दिन में भारत लौटने पर मैं उत्पादन कार्य की समीक्षा करूंगा।’’

read more: तुरंत लगाया जाए देशव्यापी लॉकडाउन, कोरोना टास्क फोर…

भारत के राज्य इस समय कोरोना संक्रमण के गंभीर संकट के बीच टीका पाने के लिये हाथ पैर मार रहे हैं। कोरोना वायरस संक्रमण के दैनिक आंकड़े चार लाख तक पहुंच चुके हैं। पिछले 24 घंटे के दौरान संक्रमण के 3,92,488 नये मामले सामने आये हैं, वहीं इस दौरान 3,689 लोगों की मौत हो गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अब तक कुल 1.95 करोड़ लोग कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं जबकि 2,15,542 की मौत हो चुकी है।

दि टाइम्स ने शनिवार को प्रकाशित एक साक्षात्कार में पूनावाला को यह कहते हुये बताया, ‘‘मैं यहां लंबे समय के लिये रुकूंगा, क्योंकि में वहां फिर उस स्थिति में नहीं जाना चाहता हूं।’’साक्षात्कार में जब उनसे ‘कुंभ मेला’ और विधानसभा चुनावों का भारत में कोरोना की दूसरी लहर पर असर के बारे में पूछा गया तो पूनावाला ने कहा कि ऐसे संवेदनशील मुद्दों का यदि उन्होंने जवाब दिया तो उनका ‘‘सिर धड़ से अलग कर दिया जायेगा।’’

read more: रोचक मुकाबले में नंदीग्राम सीट से ममता बनर्जी की जी…

पूनावाला की टिप्पणियों को लेकर तरह तरह की प्रतिक्रियायें दी गई हैं। कुछ ने उनके कदम को लेकर निराशा जताई है जबकि कुछ ने इस बात के लिये उनकी आलोचना की है कि उन्होंने साक्षात्कार में एसआईआई को भारत से बाहर ले जाने की बात कही।

भारत में टीकाकरण अभियान का तीसरा दौर शुरू हो चुका है जिसमें 18 से 44 आयुवर्ग के लोगो को टीका लगाया जाना है। लेकिन टीके की कमी के कारण कुछ राज्यों में यह अभियान शुरू नहीं हो सका। उत्तर प्रदेश, छत्तीसगढ, महाराष्ट्र और जम्मू कश्मीर सहित कुछ अन्य राज्यों और संघ शासति प्रदेशों ने टीकाकरण के तीसरे चरण की शुरुआत की है लेकिन कर्नाटक और आडीशा में इसकी सांकेतिक शुरुआत ही हो पाई। एसआईआई ने पिछले सप्ताह ही राज्यों के लिये अपने टीके की कीमत 400 रुपये से घटाकर 300 रुपये कर दी। कंपनी ने केन्द्र सरकार को कोविशील्ड 150 रुपये में उपलब्ध करा रही थी। देश में कोवीशील्ड के अलावा हैदराबाद की कंपनी भारत बायोटेक की कोवैक्सिन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है।

read more: मोदी-शाह अजेय नहीं, उन्हें भी हराया जा सकता है, ममता बनर्जी ने दे दिया संदेश: संजय राउत

अदार पूनावाला के अखबार को दिए इंटरव्यू के बाद सबसे बड़ा सवाल यही खड़ा हो रहा है कि आखिर उन्हें किससे खतरा है? आखिर किसके डर से उन्हें पत्नी और बच्चों के साथ देश गुपचुप तरीके से देश छोड़कर लंदन में शरण लेनी पड़ी? 3 दिन पहले 28 अप्रैल को ही पूनावाला को ‘संभावित खतरे’ के मद्देनजर पूरे देश में ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा दी गई थी। केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने बताया कि खतरे को देखते हुए पूनावाला को सुरक्षा दी गई है। उन्हें धमकियां मिल रही थीं। ‘वाई’ श्रेणी की सुरक्षा के तहत पूनावाला के साथ करीब 4-5 सशस्त्र कमांडो रहते। हालांकि शनिवार को पूनावाला के इंटरव्यू के बाद देशभर को पता चला कि वह भारत में हैं ही नहीं। हालांकि अदार पूनावाला का इशारा देश के किन ‘सबसे ताकतवर लोगों’ की तरफ है इसको लेकर कयासबाजी शुरू हो गई है।

read more:रायपुर के कोविड अस्पतालों में मरीजों के लिए सभी प्रकार के बेड पर्याप्त संख्या में उपलब्ध, संक्रमण…

देश के कुछेक हिस्सों को छोड़कर अभी ज्यादातर राज्यों ने वैक्सीन के अभाव में 18+ लोगों के वैक्सीनेशन की शुरुआत को लेकर कोई घोषणा नहीं की है। भारत में वैक्सीनेशन के लिए फिलहाल सीरम इंस्टिट्यूट की कोविशील्ड और भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का ही सहारा है। ऐसे में साफ है कि इन दोनों कंपनियों पर वैक्सीन उत्पादन का अभूतपूर्व दबाव है। कंपनियों के ऊपर लोगों की उम्मीदों के साथ-साथ, केंद्र और राज्य सरकारों की मांगों पर खरा उतरने और वैक्सीन की गुणवत्ता को बरकरार रखते हुए कीमत को कम से कम रखने का दबाव पड़ रहा है। ऐसे में किसी तरह की कोई चूक होने पर और किसी उम्मीद पर खरा न उतरने का इन निर्माताओं को गंभीर नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। ऐसे में अदार पूनावाला के डर को इससे भी जोड़कर देखा जा रहा है।