दिल्ली हवाई अड्डे पर टैक्सीवे के इस्तेमाल से बचेंगे 150-180 करोड़ रुपयेः डॉयल सीईओ

दिल्ली हवाई अड्डे पर टैक्सीवे के इस्तेमाल से बचेंगे 150-180 करोड़ रुपयेः डॉयल सीईओ

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  • Publish Date - December 10, 2023 / 01:12 PM IST,
    Updated On - December 10, 2023 / 01:12 PM IST

नयी दिल्ली, 10 दिसंबर (भाषा) दिल्ली हवाई अड्डे पर बने ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे का इस्तेमाल करने से एयरलाइंस को सालाना लगभग 150-180 करोड़ रुपये की बचत हो सकती है। हवाई अड्डे के एक शीर्ष अधिकारी ने यह अनुमान जताया है।

हवाई अड्डे का परिचालन करने वाली कंपनी दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (डॉयल) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विदेह कुमार जयपुरियार ने पीटीआई-भाषा के साथ बातचीत में कहा कि अगर 10-15 प्रतिशत विमान भी इस टैक्सी का इस्तेमाल करते हैं तो करीब 55,000 टन कार्बन-डाई ऑक्साइड की बचत हो सकती है।

हवाईपट्टी पर जाने में लगने वाले समय और ईंधन खपत में कमी आने से एयरलाइंस 150 करोड़ रुपये से लेकर 180 करोड़ रुपये तक की बचत कर सकती हैं।

इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर प्रतिदिन 1,500 विमानों की आवाजाही होती है। इस हवाई अड्डे पर कुछ महीने पहले ही 2.1 किलोमीटर लंबा ईस्टर्न क्रॉस टैक्सीवे (ईसीटी) बना है जो चौड़े आकार वाले विमानों को भी संभाल सकता है।

जयपुरियार ने कहा कि ईसीटी के माध्यम से उत्तर में उतरने और दक्षिण में आने वाले विमान के लिए औसतन सात-आठ मिनट का समय बचता है। ईसीटी हवाई अड्डे के पूर्वी हिस्से में उत्तरी और दक्षिणी हवाई क्षेत्रों को जोड़ता है।

भाषा प्रेम प्रेम

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