Jabalpur Road Accident News/ Image Credit: IBC24 File Photo
रायपुरः Road Accident in Chhattisgarh राजधानी रायपुर के जयस्तंभ चौक पर मंगलवार को हुए एक हादसे ने सबको हैरान कर दिया। तेज रफ्तार कार ने एक ई-रिक्शा को टक्कर मार दी, जिसके बाद ई-रिक्शा एक पैदल चल रही महिला के ऊपर गिर गई। इस हादसे महिला में महिला की मौत हो गई। इसका वीडियो सामने आया तो हर किसी के रोंगटे खड़े हो गए हैं। यह हादसा तो केवल रायपुर का था, लेकिन प्रदेश में हर दिन अलग-अलग हिस्से से सड़क हादसों की खबर आ रही है। प्रदेश में हर दिन 19 लोगों की मौत हो रही है। 2023 की तुलना में 2024 में सड़क हादसे 10%, मौतें 9.5% बढ़ गईं हैं।
Road Accident in Chhattisgarh एक रिपोर्ट की मानें तो हाईस्पीड और ओवरटेक तो इन हादसों के प्रमुख कारण तो हैं ही, इसके अलावा सड़कों पर अंधेरा होना बड़ी वजह है। छत्तीसगढ़ में 2023 की तुलना में 2024 में सड़क हादसे 10%, मौतें 9.5% बढ़ गईं हैं। रोज औसतन 19 लोगों की जान हादसे में जा रही है और 34 गंभीर रूप से घायल हो रहे हैं। इनमें से एक तिहाई लोग रायपुर, कोरबा, रायगढ़, बिलासपुर, सरगुजा और दुर्ग जैसे बड़े शहरों से हैं। शहरी क्षेत्र में सड़क हादसे बढ़ने की वजह ट्रैफिक का दबाव है। राज्य में सबसे ज्यादा गाड़ियों की संख्या और ट्रैफिक का दबाव रायपुर में है। ज्यादातर हादसे शहर के आउटर और औद्योगिक क्षेत्र के आसपास हो रहे हैं। एक ओर सरकार तो सड़क हादसे कम करने को लेकर तमाम तरह के दावे करती हैं, लेकिन हादसों की संख्या बताती है कि सरकारी प्रयासों की जमीनी स्तर पर हकीकत क्या है।
देश भर में सड़क हादसों में 7.77 लाख लोग जान गंवा चुके हैं। ट्रांसपोर्ट एंड हाईवे मिनिस्ट्री की ओर से रोड एक्सीडेंट इन इंडिया-2022 नामक रिपोर्ट जारी की गई है। इसमें पांच सालों में हुए हादसों का लेखा-जोखा राज्य वार दिया गया है। बताया गया है कि 2018 से 2022 के बीच अलग-अलग प्रदेशों और केंद्र शासित राज्यों में कहां कितने हादसे हुए हैं। इस रिपोर्ट के मुताबिक साल 2021 में देश भर में हुए सड़क हादसों में 1,53,972 मौतें हुई थीं। साल 2022 में यह बढ़ कर 1,68,491 हो गईं।
इन हादसों में सबसे अधिक 1.08 लाख मौतें उत्तर प्रदेश में हुईं। इसके बाद 84 हजार मौतें तमिलनाडु और 66 हजार मौतें महाराष्ट्र में हुईं। यानी मौतों के मामले में उत्तर प्रदेश पहले स्थान पर है। इसके बाद तमिलनाडु और महाराष्ट्र दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। इनके अलावा मध्य प्रदेश में 58,580, कर्नाटक में 53,448, राजस्थान में 51,280, आंध्र प्रदेश में 39,058, बिहार में 36,191, तेलंगाना में 35,565 और गुजरात में 36,626 जानें सड़क हादसों में गई हैं।