Balrampur Bank Scam | Image Source | IBC24
बलरामपुर: Balrampur Bank Scam: बलरामपुर जिले में सहकारी बैंकों में करोड़ों रुपये के घोटाले का पर्दाफाश हुआ है। कुसमी और शंकरगढ़ स्थित केंद्रीय सहकारी बैंक शाखाओं में भारी वित्तीय अनियमितताओं और फर्जीवाड़े के मामले में पुलिस की स्पेशल टीम ने बड़ी कार्रवाई करते हुए बैंक प्रबंधन से जुड़े 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए सभी आरोपी बलरामपुर, अंबिकापुर और कोरिया जिलों के रहने वाले हैं और बैंक में विभिन्न पदों पर कार्यरत थे।
Balrampur Bank Scam: बलरामपुर जिले के केंद्रीय सहकारी बैंक की कुसमी और शंकरगढ़ शाखाओं में करोड़ों की हेराफेरी और गबन की शिकायत सामने आने के बाद यह कार्रवाई की गई। बलरामपुर के एसपी ने मंगलवार को आयोजित प्रेस वार्ता में इस घोटाले का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि बैंक के शाखा प्रबंधक अरविंद श्रीवास्तव ने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी जिसमें दोनों शाखाओं में भारी वित्तीय गड़बड़ियों की आशंका जताई गई थी। जनवरी 2025 में नाबार्ड को सीईओ, जनपद पंचायत शंकरगढ़ की ओर से एक शिकायत पत्र मिला था। इस पत्र में तीन बैंक खातों में संदिग्ध लेनदेन और बड़े पैमाने पर आर्थिक अनियमितता की बात कही गई थी। शिकायत मिलने के बाद बैंक विभाग द्वारा आंतरिक जांच के लिए एक दल गठित किया गया था। लेकिन दल द्वारा जांच नहीं किए जाने पर बैंक ने नवीन उपाध्याय एंड एसोसिएट से फ्लैश ऑडिट करवाया।
Balrampur Bank Scam: इस ऑडिट रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि कुसमी और शंकरगढ़ शाखाओं के तहत विभिन्न सहकारी समितियों के खातों में कुल 23 करोड़ रुपये की वित्तीय अनियमितता की गई है। यह रकम फर्जी खातों, जाली दस्तावेज और अनाधिकृत लेन-देन के माध्यम से गबन की गई। जांच के दौरान पुलिस को यह स्पष्ट प्रमाण मिले कि यह फर्जीवाड़ा शाखा स्तर पर कार्यरत बैंककर्मियों की मिलीभगत से किया गया। सभी 11 आरोपी कुसमी और शंकरगढ़ शाखा में किसी न किसी पद पर कार्यरत थे जिनमें शाखा प्रबंधक, क्लर्क, कैशियर और संबंधित समितियों से जुड़े कर्मचारी शामिल हैं।
Balrampur Bank Scam: इस वित्तीय घोटाले को लेकर कुसमी और शंकरगढ़ थानों में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज की गई है। पुलिस की विशेष टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए सभी आरोपियों को हिरासत में ले लिया है और आगे की पूछताछ जारी है। एसपी ने बताया कि इस घोटाले की तह तक जाने के लिए पुलिस की विशेष टीम लगातार काम कर रही है। जिन अधिकारियों और कर्मचारियों की लापरवाही या मिलीभगत सामने आएगी, उनके खिलाफ भी कड़ी कार्रवाई की जाएगी।