Bilaspur Memu Train Accident || Image- IBC24 News File
Bilaspur Memu Train Accident: बिलासपुर: जिले के गतौरा के पास इसी महीने के 4 नवम्बर को बड़ा ट्रेन हादसा सामने आया था। कोरबा से बिलासपुर आ रही एक मेमू ट्रेन गतौरा सेक्शन में सामने चल रही मालगाड़ी से जा टकराई थी। इस हादसे में अबतक मुख्य पायलट समेत 14 लोगों की मौत हो चुकी है।
रेलवे ने इस हादसे की जाँच के लिए कमेटी का गठन किया है। दूसरी तरफ सीआरएस की जांच भी जारी है। जांच और पड़ताल के बीच रेलवे ने बड़ा कदम उठाते हुए मेमू ट्रेन की असिस्टेंट लोको पायलट रश्मि राज को सस्पेंड कर दिया है। रश्मि राज का यह सस्पेंशन फ़िलहाल सीआरएस के जाँच तक जारी रहेगा। इस हादसे में रश्मि राज भी गंभीर तौर अपर जख्मी हुई है, जिसका इलाज अस्पताल में जारी है।
रेलवे विभाग की तरफ से जारी जाँच के बीच एक सीनियर अफसर को जबरन छुट्टी पर भेज दिया गया है। यह अधिकारी रेल विभाग के डीओपी एम आलम है। एम आलम ने ही मेमू के ऑपरेशन में लोको पायलट की ड्यूटी लगाई थी। वही एम आलम के पद पर टीआरडी विवेक कुमार को तैनात किया गया है।
बता दें कि, छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले में 4 नवंबर को हुए भीषण रेल हादसे ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया था। गतौरा-लालखदान ओवरब्रिज के बीच शाम करीब 4:10 बजे हुई इस दुर्घटना में गेवरारोड-बिलासपुर एमईएमयू लोकल ट्रेन खड़ी मालगाड़ी से जा टकराई थी। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि एमईएमयू ट्रेन के कई डिब्बे मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गए, जिससे यात्रियों में अफरातफरी मच गई। हादसे के तुरंत बाद रेलवे प्रशासन, जिला प्रशासन और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर पहुंचीं और राहत-बचाव कार्य देर रात तक जारी रहा। इस भीषण टक्कर में अब 14 यात्रियों की मौत हो चुकी है, जबकि करीब 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं जिनका इलाज अलग अलग अस्पतालों में चल रहा है।
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि हादसा या तो सिग्नलिंग सिस्टम की त्रुटि या फिर मानवीय गलती के कारण हुआ हो सकता है। रेलवे अधिकारियों का कहना है कि जब तक जांच पूरी नहीं होती, तब तक किसी निष्कर्ष पर पहुंचना जल्दबाजी होगी। घटना की जांच के लिए रेलवे ने एक उच्च स्तरीय जांच समिति का गठन किया है, जिसमें सुरक्षा और तकनीकी विशेषज्ञ शामिल हैं। टीम ने ट्रैक, सिग्नलिंग उपकरण और इंजन रिकॉर्ड की जांच शुरू कर दी है। यह भी पता लगाया जा रहा है कि हादसे के समय ट्रेन किस गति से चल रही थी, क्योंकि प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, टक्कर के वक्त ट्रेन की रफ्तार काफी तेज थी।
हादसे के चश्मदीद यात्रियों ने बताया कि टक्कर इतनी भीषण थी कि कुछ डिब्बे पलट गए और यात्री अंदर फंस गए थे। कई लोगों ने डर के मारे चलती ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई। राहत टीमों ने गैस कटर की मदद से ट्रेन के दरवाजे काटकर फंसे यात्रियों को बाहर निकाला। एनडीआरएफ और स्थानीय पुलिस ने मिलकर घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जिससे कई लोगों की जान बच सकी।