रायपुर, सात दिसंबर (भाषा) छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बीजापुर जिले के कोंडापल्ली गांव में पहली बार एक मोबाइल टावर लगाया गया है। यह इलाका लंबे समय से बाहरी दुनिया से कटा हुआ था। अधिकारियों ने रविवार को यह जानकारी दी।
राज्य की राजधानी रायपुर से लगभग 450 किलोमीटर दूर और तेलंगाना की सीमा से लगे घने जंगलों के पास स्थित इस गांव में हाल तक सड़क, बिजली और पीने का पानी उपलब्ध नहीं था।
एक सरकारी बयान में कहा गया है कि पिछले सप्ताह मोबाइल टावर की स्थापना स्थानीय समुदाय के लिए न सिर्फ एक तकनीकी कदम था, बल्कि बाहरी दुनिया से जुड़ने का प्रतीक भी था।
बयान में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के हवाले से कहा गया है कि उनकी सरकार यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि बस्तर क्षेत्र का हर गांव और हर परिवार विकास की मुख्यधारा का हिस्सा बने, डिजिटल सेवाओं तक उनकी पहुंच हो और उनके लिए अवसरों के नए रास्ते खुलें।
मुख्यमंत्री साय ने कहा कि यह विश्वास, परिवर्तन और नयी संभावनाओं के एक नए युग की शुरुआत है।
बयान में कहा गया है कि राज्य सरकार की ‘नियाद नेल्लानार’ (आपका अच्छा गांव) योजना के तहत मोबाइल नेटवर्क उपलब्ध कराया जा रहा है, जिसका उद्देश्य दूरदराज के गांवों तक सभी सुविधाएं पहुंचाना है।
पिछले सप्ताह जैसे ही टावर के चालू होने की घोषणा हुई, कोंडापल्ली में उत्साह का माहौल छा गया। महिलाएं, पुरुष और बच्चे एकत्र होकर टावर स्थल तक पहुंचे और पारंपरिक रस्में निभाईं। लोगों ने ढोल की थाप पर नृत्य किया और आस-पास के गांवों के निवासी भी इसमें शामिल हुए।
बयान में कहा गया है कि मोबाइल नेटवर्क के जरिए अब ग्रामीण बैंकिंग सेवाओं, आधार, राशन, स्वास्थ्य योजनाओं, पेंशन योजनाओं और शैक्षिक सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं।
भाषा
शफीक दिलीप
दिलीप