फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ में छत्तीसगढ़ की बेटी ऐश्वर्या राज ने निभाया अहम किरदार, IBC24 के साथ बात कर बताया परदे की पीछे की कहानी

'सम्राट पृथ्वीराज' में ऐश्वर्या राज ने निभाया किरदार! Chhattisgarh's Daughter Aishwarya Raj Bhakuni Play Important Role in Samrat Prithviraj

फिल्म ‘सम्राट पृथ्वीराज’ में छत्तीसगढ़ की बेटी ऐश्वर्या राज ने निभाया अहम किरदार, IBC24 के साथ बात कर बताया परदे की पीछे की कहानी
Modified Date: December 4, 2022 / 11:12 am IST
Published Date: December 4, 2022 11:12 am IST

रायपुर: Aishwarya Raj Play Role Samrat Prithviraj सुपरस्टार अक्षय कुमार की बहुप्रतीक्षित फिल्म सम्राट पृथ्वीराज 3 जून को रिलीज हो चुकी है। सम्राट पृथ्वीराज घरेलू सिनेमाघरों में हिन्दी में 3550 स्क्रीन्स और तमिल व तेलुगु के लिए 200 स्क्रीन्स पर रिलीज किया गया है। इस फिल्म ने एडवांस बुकिंग से करीब 3.43 करोड़ रुपये कमाए थे। इसके चलते फिल्म ने पहले दिन बॉक्स ऑफिस पर अच्छा प्रदर्शन किया। फिल्म को अच्छी संख्या में दर्शक मिले और समीक्षकों ने इसे सराहा।

Aishwarya Raj Play Role Samrat Prithviraj इस फिल्म में छत्तीसगढ़ की बेटी ऐश्वर्या राज भाकुनी ने अहम रोल प्ले किया है। ऐश्वर्या ने फिल्म में मानुसी मानुषी छिल्लर यानि संयोगिता की बहन का किरदार निभाया है। फिल्म में ऐश्वर्या का नाम रागिनी है। फिल्म में काम के अनुभव को लेकर ऐश्वर्या राज ने IBC24 के साथ खास बातचीत की और बताया कि कैसा रहा अनुभव।

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सवाल: हिस्टोरिकल फिल्मों में हाथी घोड़े भाला तलवारें होती है, आपको ये फिल्म करने में कैसा अनुभव हुआ?
जवाब: अनुभव बहुत ही अच्छा रहा, हालांकि ये मेरा पहला अनुभव नहीं था। इससे पहले भी मैंने जो टीवी शो किए हैं, वो भी हिस्टोरिकल और मैथोलॉजिकल किए हैं। तो मेरी सारी ट्रेनिंग मेरे टीवी शो ने कर के फिल्म को शौंप दिया। इसलिए ये मेरी लिए बहुत आसान हो पाया, क्योंकि मेरी ट्रेनिंग बहोत अच्छी थी।

सवाल: हिस्टोरिकल फिल्मों में बहार के सीन्स होते हैं, पूरा एक माहौल बनाना होता है, इसके लिए कई बार बाहर की जगहों पर शूट करना और आप इतने बड़े बैनर और स्टार्स के साथ काम कर रही थी ऐतहासिक फील में, जिसमे कई तरह की दिक्कतें दिखने को मिलती है। अभी फिल्म के नाम को बदलाव दिया गया, तो ऐसे ही आपको कोई परेशानी का सामना करना पड़ा हो?
जवाब: नहीं, ऐसा कुछ नहीं था, एक्चुअली सारा शूट मुंबई में यशराज स्टूडियो में ही हुआ, जो कि सब आसानी से हो गया। और जो हमारे को एक्टर्स थे वो बड़े अच्छे नेचर के थे। बहुत हंसी खेल और मज़ाकिया मिजाज के थे। तो वो जब सेट पी आते थे, तो कोई दबाव नहीं होता था और सब अच्छे से हो जाएगा ये भरोसा होता था। जहां तक नाम की बात है, तो पहला नाम भी बहुत अच्छा था, क्योंकि पृथ्वीराज मेरे फेवरेट एक्टर रहे हैं और वो हमारे इतिहास के इतने बाड़े राजा रहे हैं तो नाम के आगे सम्राट लगाना भी चार चांद लगाता है।

सवाल: तो क्या आप मानती है सम्राट लगाना चाहिए था लेकिन डारेक्टर या प्रोडक्शन से गलती हुई है?
जवाब: नहीं, ऐसा नहीं है गलती नहीं हुई है, क्योंकि मुख्य किरदार पृथ्वीराज जी ही हैं। फिर वो चाहे पृथ्वीराज चौहान हो, पृथ्वीराज हो या फिर सम्राट पृथ्वी राज चौहान हो। तीनों ही नाम मुझे सही लगे, जनता के भाव पृथ्वीराज से जुड़े हुए हैं, तो उन्होंने हमें एक सजेसन दिया है कि, सम्राट लगाना चाहिए, अब सम्राट लग गया है तो और भी चार चांद लग गए हैं।

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सवाल: पहले जो फिल्में आईं हैं उनमें भी नाम को लेकर काफी विवाद हुए हैं। जैसे पद्मावती को देखें, पहले पद्मावत, रानी पद्मावती और अंत में पद्मावती नाम से रिलीज़ हुई, तो क्या ऐसा कुछ है कि हिस्ट्री पर जो भी फिल्में बनती है, उसमे विवाद होते है और इससे डर का माहौल रहता है कि कुछ सवाल न खड़ा हो जाए?
जवाब: वो तो आप पुरानी पद्मावती भी लगाएंगे तो भी जनता कुछ न कुछ बदलाव अब भी बता ही देगी। इससे पहले पृथ्वीराज सीरियल आया था, उसमें किसी ने नहीं कहा की सम्राट लगाना चाहिए।

सवाल: आपको क्या लगता है, फिल्मों को देख कर कहीं कोई ग्रुप तैयार हो रहा हो, जो फिल्म को इन्फ्लुएंस करना चाह रहे हो, या फिर कर रहे हो?
जवाब: इन्फ्लुएंस नहीं कह सकते, दरअसल ऐसे चीजों से लोगों का इमोशन जुड़ा हुआ है। जैसे राजस्थान में रानी पद्मावती को लेकर जो वबाल उठा, तो उनका इमोशन इससे जुड़ा हुआ है। वो इसे भगवान की तरह मानते हैं। शायद हम और आप इतना ना मानें लेकिन उनके लिए वो भगवान जैसे हैं, तो उनके लिए ये चीज मैटर करती हैं।

सवाल: ये अकेली फिल्म नहीं है और भी फिल्में हैं, जो हिस्ट्री पर बनाई गई और उसमें विवाद हुए है। लगभग पांच साल पहले तक हिस्ट्री पर फिल्में आती थी और चली जाती थी। किसी को कुछ भी मालूम नहीं लगता था, इस पर आप क्या कहेंगी?
जवाब: ऐसा इसलिए होता था क्योंकि लोगों को हिस्ट्री के बारे में उतनी जानकारी ही नहीं थी, अब वो जागरूक हो रहे है, धीरे धीरे बदलाव आ रहा है।

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सवाल: आप हिस्ट्री पढ़ती है ? और कही पढ़ने के लिए वहटसअप यूनिवर्सिटी का तो उपयोग नहीं करती?
जवाब: जी हां मैं इतिहास पढ़ती हूं और जो जानकार लोग हैं उन्ही के माध्यम से पढ़ती हूं। वाट्सअप यूनिवर्सिटी बजाए के गूगल ओर विकिपीडिया की मदद लेती हूं।

सवाल: अक्षय कुमार को लेकर बहुत सारी बातें हो रही है, फिल्म में काम करने के दौरान आपको अक्षय कैसे नज़र आए? क्या वो आपको खिलाड़ी वाले अक्षय लगे या फिर टॉयलेट एक प्रेम कथा वाले या पीएम मोदी का इंटरव्यू लेने वाले अक्षय?
जवाब: नहीं, मुझे अक्षय एक एक्टर की तरह ही नज़र आए, एक अच्छे व्यक्ति हैं और उन्होंने बड़े ही अच्छे तरीके से सबसे बिहेव किया और अपना किरदार निभाया। हमेशा से ही अक्षय में फेवरेट एक्टर रहे हैं और आज भी फेवरेट एक्टर हैं। उन्हें मैं एक आइडियल के तरह लेती हूं।

सवाल: आने वाले दिनों की क्या तैयारियां है? कैसे प्रोजेक्ट करने वाली है और किस तरह के किरदार करना पसंद करतीं हैं?
जवाब: आने वाले समय में मैं जो भी फिल्में करने वाली हूं को​शिश करूंगी कि लीड रोल में रहूं, एक अच्छी पहचान के साथ। मैं कोशिश कर रही हूं कि मेरे छत्तीसगढ़ का नाम रोशन हो। लोग मुझे जाने कि छत्तीसगढ़ से भी कोई है। मेरे मम्मी पापा को भी गर्व हो और ऐसे फिल्में जो मेरे करियर को बूस्ट करें वो फिल्म करना चाहूंगी। किरदार की बात करें तो मुख्य हो या फिर ऐसा कोई जो चैलेंजिंग हो वो किरदार करना चाहूंगी।

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सवाल: मसाला फिल्मे करना चाहेंगी आगे?
जवाब: हां मसाला फिल्में भी करुंगी लेकिन कोशिश करूंगी कि फिल्म में ऐसा कोई बोल्ड सीन या फिर किसिंग सीन ना करूं, जिससे मेरे माता पिता शर्मिंदा हों। लेकिन अगर फिल्म में ऐसे सीन जरूरी हों तो मैं कोशिश करूंगी।

सवाल: फिल्मों में किसिंग सीन की क्या सीमा मानते हैं आप?
जवाब: मेरे हिसाब से तो किसिंग सीन फिल्मों में होनी ही नहीं चाहिए। मेरी सबसे फेवरेट फिल्म कुछ-कुछ होता है, डीडीएलजे और बाहूबली है, इन फिल्मों में कहीं भी किकसंग सीन नहीं हैं। अगर फिल्म की कहानी अच्छी हो तो मसाले की जरूरत नहीं पड़ती, फिल्म खुद ब खुद दर्शकों को पसंद आ जाती है।

सवाल: किसिंग लाइफ का हिस्सा है, फिर फिल्मों में ये गलत है क्या?
जवाब: बंद कमरों के पीछे ये गलत नहीं हैं, लेकिन इससे बच्चों पर गलत प्रभाव पड़ता है। मैं अगर किसी फिल्म में डिमांड आती है तो जरूर करूंगी, लेकिन सिर्फ मसाला के लिए ये नहीं करूंगी। लेकिन बंधकर भी नहीं रहूंगी।

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सवाल: पृथ्वीराज के बाद आपके पास और फिल्मों का ऑफर है?
जवाब: बॉलीवुड फिल्म The Country Pride में मैने किरदार निभाया है। ​इस फिल्म में मैंने मिथुन चक्रवर्ती के बेटे मिमोह के साथ काम किया है। ये एक फिमेल सेंट्रिक फिल्म है, जो आगामी चार-पांच महीने में पर्दे पर आ जाएगी। तेलगु में चार फिल्में शूट कर चुकी हूं, जिसमें से एक रिलीज हो चुकी है। दो फिल्में शूट हो चुकी है और एक की शूटिंग चालू है। इन सभी फिल्मों में मैंने लीड रोल में काम किया है।

सवाल: आपने तेलगु फिल्मों में काम किया है, तो क्या आपको ये भाषा आती है? तेलगु में आई लव यू को तेलगू में क्या बोलते हैं?
जवाब: मैं धीरे अलग-अलग भाषाओं को सीखने की कोशिश कर रही हूं। कोशिश करती हूं कि लोगों से बात करूं, उनके बारे में और उनकी भाषाओं को समझूं और सीखूं। मुझे तमिल में पता है…’न उन्ना कादा लेकेरें’।

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लेखक के बारे में

"दीपक दिल्लीवार, एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें मीडिया इंडस्ट्री में करीब 10 साल का एक्सपीरिएंस है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक ऑनलाइन समाचार वेबसाइट से की थी, जहां उन्होंने राजनीति, खेल, ऑटो, मनोरंजन टेक और बिजनेस समेत कई सेक्शन में काम किया। इन्हें राजनीति, खेल, मनोरंजगन, टेक्नोलॉजी, ऑटोमोबाइल और बिजनेस से जुड़ी काफी न्यूज लिखना, पढ़ना काफी पसंद है। इन्होंने इन सभी सेक्शन को बड़े पैमाने पर कवर किया है और पाठकों लिए बेहद शानदार रिपोर्ट पेश की है। दीपक दिल्लीवार, पिछले 5 साल से IBC24 न्यूज पोर्टल पर लीडर के तौर पर काम कर रहे हैं। इन्हें अपनी डेडिकेशन और अलर्टनेस के लिए जाना जाता है। इसी की वजह से वो पाठकों के लिए विश्वसनीय जानकारी के सोर्स बने हुए हैं। वो, निष्पक्ष, एनालिसिस बेस्ड और मजेदार समीक्षा देते हैं, जिससे इनकी फॉलोवर की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। काम के इतर बात करें, तो दीपक दिल्लीवार को खाली वक्त में फिल्में, क्रिकेट खेलने और किताब पढ़ने में मजा आता है। वो हेल्दी वर्क लाइफ बैलेंस करने में यकीन रखते हैं।"