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ED Raid at Bhupesh Baghel’s House: भूपेश के घर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हंगामा, ईडी के अधिकारियों की गाड़ी में चढ़कर की नारेबाजी, मौके पर एक्सट्रा फोर्स तैनात
भूपेश के घर के बाहर कांग्रेस कार्यकर्ताओं का हंगामा, ईडी के अधिकारियों की गाड़ी में चढ़कर की नारेबाजी, Congress workers create ruckus outside Bhupesh Baghel's house
Publish Date - March 10, 2025 / 05:15 PM IST,
Updated On - March 11, 2025 / 12:00 AM IST
भिलाईः ED Raid at Bhupesh Baghel’s House छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री और AICC महासचिव भूपेश बघेल और बेटे चैतन्य के घर पर प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम की छापेमार कार्रवाई जारी है। भिलाई-3 पदुमनगर स्थित उनके घर पर ईडी के अधिकारी सुबह से दस्तावेज खंगाल रहे हैं। कार्रवाई के बीच नोट गिनने और सोना जांचने की मशीनें भी मंगाई गई है। भूपेश के घर के बाहर बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और समर्थक मौजूद हैं। ये सभी ED की कार्रवाई का विरोध कर रहे हैं। ED 4 अफसर भूपेश बघेल के घर से बाहर निकले तो गाड़ी को कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने घेर लिया। इतना ही नहीं कांग्रेस कार्यकर्ता उनकी गाड़ी में चढ़ गए। कार्यकर्ताओं और पुलिस के बीच धक्का मुक्की भी हुई है। मौके पर एक्ट्रा फोर्स तैनात किया गया है।
ED Raid at Bhupesh Baghel’s House बता दें कि चैतन्य बघेल से जुड़े कई ठिकानों समेत 14 जगहों पर छापे पड़े हैं। 2100 करोड़ रुपए के शराब घोटाले में चैतन्य बघेल को भी लाभ पहुंचाने का दावा किया गया है। चैतन्य के करीबी और सहयोगी लक्ष्मीनारायण बंसल और पप्पू बंसल के ठिकानों पर भी कार्रवाई चल रही है। इसके अलावा भिलाई के नेहरू नगर में मनोज राजपूत, चरोदा में अभिषेक ठाकुर और संदीप सिंह, कमल अग्रवाल किशोर राइस मिल दुर्ग, सुनील अग्रवाल सहेली ज्वेलर्स दुर्ग और बिल्डर अजय चौहान के यहां भी ED की कार्रवाई चल रही है।
ईडी ने छत्तीसगढ़ में 2100 करोड़ रुपये के शराब घोटाले से जुड़ी जांच के तहत भूपेश बघेल और उनके बेटे चैतन्य बघेल के ठिकानों पर छापा मारा है।
क्या छापेमारी के दौरान कोई सबूत मिला है?
ईडी अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान दस्तावेजों की जांच की और नोट गिनने व सोना जांचने की मशीनें भी मंगाई हैं। जांच जारी है, और अब तक की बरामदगी की आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है।
. भूपेश बघेल का इस कार्रवाई पर क्या कहना है?
भूपेश बघेल ने ईडी की इस कार्रवाई को राजनीतिक प्रतिशोध बताया है और कहा है कि यह लोकसभा चुनाव से पहले उन्हें और उनकी पार्टी को कमजोर करने की साजिश है।
क्या केवल भूपेश बघेल के घर पर छापा पड़ा है?
नहीं, चैतन्य बघेल से जुड़े 14 अन्य ठिकानों पर भी छापेमारी हुई है, जिनमें उनके करीबी सहयोगी लक्ष्मीनारायण बंसल, पप्पू बंसल, मनोज राजपूत, अभिषेक ठाकुर, संदीप सिंह, कमल अग्रवाल, सुनील अग्रवाल और बिल्डर अजय चौहान शामिल हैं।
कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ईडी की कार्रवाई का विरोध क्यों किया?
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह छापेमारी राजनीतिक बदले की भावना से की गई है। उन्होंने ईडी की गाड़ी को घेर लिया और नारेबाजी की, जिससे मौके पर पुलिस को अतिरिक्त बल तैनात करना पड़ा।