Bhilai News: बैंक लॉकर में मेंटेनेंस के बहाने रखा गया था सोना, 40 तोला जेवर रहस्यमय तरीके से गायब, बैंक प्रबंधन पर FIR दर्ज

Bhilai News: बैंक लॉकर में मेंटेनेंस के बहाने रखा गया था सोना, 40 तोला जेवर रहस्यमय तरीके से गायब, बैंक प्रबंधन पर FIR दर्ज

  • Reported By: Komal Dhanesar

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  • Publish Date - July 29, 2025 / 01:00 PM IST,
    Updated On - July 29, 2025 / 01:02 PM IST

Bhilai News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • बैंक लॉकर से 40 तोला सोना गायब,
  • बुजुर्ग ग्राहक ने किया थाने में शिकायत,
  • बैंक ऑफ बड़ौदा प्रबंधन पर FIR दर्ज,

भिलाई : Bhilai News:  अपने कीमती गहनों और डाक्यूमेंट्र को सुरक्षित रखने लोग बैंक के लॉकर को सबसे ज्यादा सुरक्षित समझते है लेकिन अगर बैंक के लॉकर से ही गहने गायब हो जाए तो किस पर विश्वास किया जाए। ऐसा ही एक मामला भिलाई के बाइक ऑफ बड़ौदा का सामने आया। जहां बुजुर्ग दरोगा सिंह के कॉलर से 40 टोला सोने के जेवर गायब हो गए।

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Bhilai News:  पिछले तीन महीने से पुलिस को लगातार शिकायत के बाद अब पुलिस ने इस मामले में बैंक प्रबंधन के खिलाफ अपराध दर्ज कर लिया है। आखिर दरोगा सिंह का 40 तोला सोना कहां गया ये बात हैरान कर देने वाली है। दरअसल भिलाई एचएसीएल से रिटायर होने वाले दरोगा सिंह ने साल 1982-83 में भिलाई के सिविक सेंटर स्थित बैंक ऑफ़ बड़ौदा में अपना खाता खुलवाया था। अपने जीवन भर की कमाई और पूंजी इस खाते में जमा करते गए। इसी बीच 1991 यह सोचकर लॉकर की सर्विस ली कि घर मे रखा 40 तोला सोना सुरक्षित रहेगा।

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Bhilai News:  सालो से लॉकर सुरक्षित था। लेकिन इसी बीच कुछ महीने पहले दरोगा से को बैंक वालों ने यह कहा कि लाकर काफी पुराने हो गए हैं और उनके मेंटेनेंस किया जाना है इसलिए वह अपना सामान अस्थाई लॉकर में सुरक्षित रख दें इसके बाद दरोगा सिंह ने अपने सोने के गने अस्थाई लॉकर में रख दिए लेकिन जब लॉकर का मेंटेनेंस हो गया और उन्हें दोबारा उसे लाकर में सामान शिफ्ट करने बुलाया गया तब उनके पैरों को नीचे से जमीन खिसक गई क्योंकि उसे अस्थाई लॉकर से सारे गहने गायब थे।

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Bhilai News:  उन्होंने फौरन इसकी सूचना बैंक मैनेजर को दी तो बैंक मैनेजर ने कुछ भी कहने से मना कर दिया और मामले से पल्ला झाड़ लिया। इसके बाद दरोगा सिंह ने लिखित में दुर्ग पुलिस में शिकायत दर्ज कराई शिकायत मिलने के बाद दुर्ग पुलिस ने पतासाजी की तो तथ्यों के आधार पर मामले को सही पाया। तब जाकर लगभग 3 महीने के बाद आखिरकार दुर्ग पुलिस ने बैंक ऑफ़ बड़ौदा के प्रबंधन के खिलाफ केएफआईआर दर्ज कर ली है।

अगर "बैंक लॉकर से गहने गायब" हो जाएं तो सबसे पहले क्या करें?

ऐसी स्थिति में तुरंत बैंक मैनेजर को लिखित सूचना दें, फिर स्थानीय पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराएं और बैंक से सभी संबंधित दस्तावेजों की कॉपी सुरक्षित रखें।

क्या "बैंक लॉकर से गहने गायब" होने पर बैंक जिम्मेदार होता है?

बैंक अक्सर लॉकर की सामग्री की जिम्मेदारी नहीं लेता, लेकिन अगर लापरवाही या आंतरिक चूक साबित हो जाती है तो बैंक को उत्तरदायी ठहराया जा सकता है।

क्या बैंक लॉकर में रखे सामान का बीमा होता है?

सामान्यतः बैंक लॉकर की वस्तुओं का बीमा ग्राहक को खुद कराना होता है, बैंक अपने स्तर पर बीमा नहीं कराता।

"बैंक लॉकर से गहने गायब" होने पर केस दर्ज करने की प्रक्रिया क्या है?

सबसे पहले पुलिस थाने में शिकायत दर्ज करें, यदि बैंक सहयोग नहीं करे तो उपभोक्ता फोरम या सिविल कोर्ट का सहारा लिया जा सकता है।

क्या इस मामले में "बैंक ऑफ बड़ौदा" के खिलाफ एफआईआर दर्ज हो गई है?

हाँ, लगातार शिकायतों के बाद दुर्ग पुलिस ने बैंक ऑफ बड़ौदा के प्रबंधन के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।