छत्तीसगढ़ की इस युनिवर्सिटी में सहायक प्रध्यापकों की भर्ती की जांच के आदेश, राजभवन ने गठित की 3 सदस्यीय कमेटी

Recruitment of assistant professors in Horticulture University: महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में सहायक प्रध्यापक, वैज्ञानिक एक अन्य पदों पर भर्ती के लिए पिछले साल विज्ञापन जारी हुए थे। इनमें से सहायक प्रध्यापक के 36 पदों के लिए भर्ती की गई

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  • Publish Date - January 11, 2024 / 06:40 PM IST,
    Updated On - January 11, 2024 / 06:40 PM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ के एकमात्र हार्टिकल्चर युनिवर्सिटी में सहायक प्रध्यापकों की भर्ती मामले में राजभवन ने जांच के आदेश जारी कर दिए हैं। राजभवन सचिवालय ने भर्ती घोटालों के आरोपों की जांच के लिए 3 सदस्यीय जांच दल गठित कर दी है। इंदिरगांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल की अध्यक्षता में मामले की जांच शुरू होगी। इस जांच में उनके साथ कुशाभाऊ ठाकरे पत्रकारिता विश्वविद्यालय के वीसी प्रो. बलदेवभाई शर्मा और पंडित सुंदरलाल शर्मा मुक्त विश्वविद्यायल के कुलपति डॉ. बंश गोपाल सिंह को जांच दल का सदस्य बनाया गया है। जांच दल को 15 दिनों के भीतर जांच रिपोर्ट सौंपने को कहा गया है।

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दरअसल, महात्मा गांधी उद्यानिकी एवं वानिकी विश्वविद्यालय में सहायक प्रध्यापक, वैज्ञानिक एक अन्य पदों पर भर्ती के लिए पिछले साल विज्ञापन जारी हुए थे। इनमें से सहायक प्रध्यापक के 36 पदों के लिए भर्ती की गई, लेकिन भर्ती प्रक्रिया में जबरदस्त धांधली के आरोपों के चलते पूरी परीक्षा ही विवादों में घिर गई। विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. आर एस कुरील पर भ्रष्टाचार करने का आरोप लगा है।

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विधानसभा चुनाव के दौरान भाजपा ने अलग अलग भर्ती परीक्षा को लेकर सवाल भी उठाया था। भाजपा सरकार बनने के बाद पीएससी भर्ती परीक्षा की जांच पहले ही सीबीआई को सौंपी जा चुकी है। अब राजभवन से एक दूसरी भर्ती परीक्षा की जांच के लिए आदेश जारी कर दिया गया है। राजभवन की ओर से पत्र लिखकर जांच समिति को जरुरी दस्तावेज और सहयोग देने को कहा गया है। जांच समिति के अध्यक्ष डॉ. गिरीश चंदेल ने कहा कि जल्द ही समिति अपना काम शुरू करेगी और तय समय सीमा के भीतर सभी दस्तावेजों का परीक्षण कर जांच रिपोर्ट राजभवन को सौंपेगी।