Even after passing of more than 24 hours there is no clue of the missing family
Even after 48 hours no clue of the missing family was found: पखांजुर। एक ही परिवार के 4 लोग रहस्यमय तरीके से गायब हो जाने से माता पिता का रो-रोकर बुरा हाल है। माता पिता के साथ पूरा गांव दुःख में डूबा हुआ है। पखांजूर के पी व्ही 42 के निवासी बिपुल सिकदर के पुत्र समीरण सिकदर जो अपनी पत्नी के साथ बच्चे के ईलाज के लिए बुधवार को रायपुर गया था। परिवार रायपुर से डॉक्टर दिखाकर घर आ ही रहे थे। धमतरी से उनके सेठ से 7लाख लेकर आ रहा था। धमतरी के आसपास रात 9 बजे ढाबा में खाना खाया तथा उसी समय अपने पिता से बात भी की थी।
लापता हुए परिवार में बेटे ने रात करीबन 11 बजे आखिरी बार पिताजी से बात की, उसके बाद किसी से कोई संपर्क नहीं हुआ। जब परिवार रात को घर नहीं पहुंचा तो माता-पिता रात भर टेंशन में थे और इधर उधर जानकारी लेने की प्रयास कर रहे थे। जैसे ही पता चला कि चारामा के पास हादसा हो गया और कार पूरी तरह से जलकर खाक हो गया, फिर क्या था पूरा गांव ढूंढने निकल पड़े। दिन भर उनको खोजबीन करते रहे पर कोई सुराग नहीं मिल पाया। आज दूसरे दिन भी पुलिस का हाथ खाली है। लगातार पुलिस तथा ग्रामीण खोजबीन कर रहे हैं, पर उनका किसी भी तरह का सुराग नही मिल पा रहा है। वहीं, बूढे माता-पिता का रो-रोकर बुरा हाल बन गया है। अपने पुत्र बहु तथा पोता पोती की एक झलक पाने के लिए उनका कलेजा फाटे जा रहा है।
Even after 48 hours no clue of the missing family was found: सभी जुंवा पर एक ही सवाल है की आखिर पूरा परिवार कहां गया। पीड़ित के पिता विपुल सिकदार ने बताया की घटना के दो दिन होने के बाद भी अब तक उसके पुत्र के परिवार के संबध में कोई जानकारी नहीं मिल पाने से उनकी उम्मीद खत्म होती जा रही है। इस दौरान लोगों ने इस घटना के विरोध में, घटना को अंजाम देने वालों को जल्द गिरफतारी और व्यपारी के परिवार को जल्द खोज निकालने की मांग को ले कर दिनांक 6 मार्च को परलकोट बंद का आहवान का निणर्य लिया है।
इस संबध में अनुविभागीय अधिकारी पखांजूर को ज्ञापन सौंप इसकी जानकारी भी दी। अधिकांश लोग कोरर से चारामा मार्ग का ही उपयोग रायपुर जाने के लिए करते है। हर सप्ताह बड़ी संख्या में स्थानिय व्यपारी नगर राशि ले इस मार्ग से आना जाना करते है। पर पुलिस द्वारा इस मार्ग में कोई सुरक्षा नहीं रहती और अब इस प्रकार की घटनाओं से स्थानिय व्यपारी डरे हुए है। अब सर्वसमाज के द्वारा 48 घण्टे का अल्टीमेटम दिया गया है अगर घटना की कोई निष्कर्ष नहीं निकलता अगला 48 घण्टे के बाद पूरे पखांजुर क्षेत्र को बंद व आंदोलन किया जाएगा ।