Reported By: dhiraj dubay
,Korba Crime News/Image Source: IBC24
कोरबा: Korba Crime News: विकासखंड पोड़ी उपरोड़ा के गांव लैंगा में घरेलू विवाद ने एक साथ दो जिंदगियाँ लील लीं। शराब के नशे में पति ने पत्नी का गला घोंटकर हत्या कर दी, फिर खुद फाँसी के फंदे पर झूल गया। यह घटना न केवल एक परिवार को उजाड़ गई बल्कि सरकारी सिस्टम की बेरुख़ी को भी उजागर कर गई जहाँ पोस्टमार्टम के लिए गरीब परिवार से चार हज़ार रुपए वसूले जाने की बात सामने आई है। हालाँकि पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया है। बताया जा रहा है कि यह रकम बाद में सरपंच संतकली अयाम ने चुका दी।
घटना पसान थाना क्षेत्र के नवापारा भेलवाटिकरा गांव की है। 40 वर्षीय मृतक संतराम यादव ट्रांसपोर्ट कंपनी में ड्राइवर का काम करता था। शनिवार दोपहर उसने शराब पीकर घर में हंगामा किया। देर शाम 35 वर्षीय पत्नी अमृता बाई यादव से झगड़ा इतना बढ़ गया कि उसने गला घोंटकर हत्या कर दी। फिर अपराधबोध में आकर खुद फाँसी लगाकर जान दे दी। उस समय उनके चार में से दो बच्चे घर पर मौजूद थे जबकि बाकी दो किसी काम से गाँव के बाहर गए हुए थे। परिवार इतना गरीब था कि शव को मर्च्युरी तक ले जाने के लिए भी पैसे नहीं थे। लेकिन जब सरकारी प्रक्रिया शुरू हुई तो मानवता शर्मसार हो गई। पोस्टमार्टम के दौरान आवश्यक सामग्री की ख़रीदी के नाम पर संतराम के बच्चों से 11 हज़ार रुपए की माँग की गई। असमर्थ परिवार ने एक दुकानदार से कर्ज़ लेकर 4 हज़ार रुपए दिए, तब जाकर शव का पोस्टमार्टम किया गया।
Korba Crime News: यह बात गाँव में हर कोई जानता है लेकिन कैमरे के सामने न परिवार और न ही सरपंच व्यवस्था के ख़िलाफ़ खड़े हो रहे हैं। जानकारी के मुताबिक, पसान अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए पर्याप्त संसाधन और प्रशिक्षित कर्मचारी मौजूद नहीं हैं। यही कारण है कि डॉक्टरों ने शव का पोस्टमार्टम घर के पीछे की बाड़ी में ही किया। जिस जगह कभी संतराम और अमृता अपने बच्चों के साथ रहते थे, उसी आँगन के पीछे उनके शवों का पोस्टमार्टम हुआ। यह दृश्य गाँववालों के लिए झकझोर देने वाला था। सवाल यह भी है कि क्या सिस्टम इतना असंवेदनशील हो गया है कि गरीब की मौत के बाद भी उसकी जेब टटोली जाती है। पसान पुलिस ने मर्ग कायम कर जाँच शुरू कर दी है। प्रारंभिक जाँच में यह स्पष्ट हुआ है कि पति-पत्नी के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा था और शराब इसका मुख्य कारण था।