Vinod Kumar Shukla Death: राजकीय सम्मान के साथ होगा विनोद कुमार शुक्ल का अंतिम संस्कार, सीएम साय ने की घोषणा, कहा- उन्होंने साधारण जीवन को दी असाधारण गरिमा

राजकीय सम्मान के साथ होगा विनोद कुमार शुक्ल का अंतिम संस्कार, सीएम साय ने की घोषणा, Litterateur Vinod Kumar Shukla's last rites will be performed with state honours

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  • Publish Date - December 23, 2025 / 08:09 PM IST,
    Updated On - December 23, 2025 / 08:09 PM IST

रायपुर: Vinod Kumar Shukla Death छत्तीसगढ़ के गौरव, वरिष्ठ एवं विख्यात साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल के निधन पर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने गहरा शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री साय ने कहा कि विनोद कुमार शुक्ल का निधन हिंदी साहित्य और छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक चेतना के लिए अपूरणीय क्षति है। मुख्यमंत्री ने कहा कि नौकर की कमीज और दीवार में एक खिड़की रहती थी जैसी कालजयी कृतियों के माध्यम से विनोद कुमार शुक्ल ने साधारण जीवन को असाधारण गरिमा प्रदान की। उनकी लेखनी में मानवीय संवेदना, सादगी और जीवन की सूक्ष्म अनुभूतियाँ अत्यंत सहजता से अभिव्यक्त होती थीं, जिसने पाठकों की अनेक पीढ़ियों को गहराई से प्रभावित किया।

Vinod Kumar Shukla Death मुख्यमंत्री साय ने कहा कि विनोद कुमार शुक्ल की रचनाएँ केवल साहित्य नहीं, बल्कि मानवीय मूल्यों और जीवन-दर्शन की सजीव अभिव्यक्ति हैं। उनकी संवेदनशील दृष्टि और मौलिक भाषा-शैली सदैव पाठकों को प्रेरणा देती रहेंगी और हिंदी साहित्य में उनका योगदान अमिट रहेगा। मुख्यमंत्री साय ने ईश्वर से प्रार्थना की कि वे इस दुःख की घड़ी में सभी को संबल प्रदान करें तथा पुण्यात्मा को अपने चरणों में स्थान दें।

राजकीय सम्मान के साथ होगा अंतिम संस्कार

एक अन्य ट्वीट में सीएम साय ने उनका अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ करने की घोषणा की है। उन्होंने लिखा कि विनोद कुमार शुक्लजी के निधन से प्रदेश को अपूरणीय क्षति हुई है। उन्होंने छत्तीसगढ़ का गौरव देश-दुनिया में बढ़ाया। छत्तीसगढ़ सरकार ने उनके अतुलनीय योगदान को समादर देते हुए उन्हें सम्पूर्ण राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दिए जाने का निर्णय लिया है।

इन पुरस्कारों से सम्मानित हो चुके हैं विनोद कुमार शुक्ल

  • गजानन माधव मुक्तिबोध फेलोशिप ‘ (म.प्र. शासन)
  • ‘रज़ा पुरस्कार ‘ (मध्यप्रदेश कला परिषद)
  • ‘शिखर सम्मान ‘ (म.प्र. शासन)
  • ‘राष्ट्रीय मैथिलीशरण गुप्त सम्मान ‘ (म.प्र. शासन)
  • दयावती मोदी कवि शेखर सम्मान’ (मोदी फाउंडेशन)
  • ‘साहित्य अकादमी पुरस्कार’, (भारत सरकार)
  • ‘हिन्दी गौरव सम्मान’ (उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान, उ.प्र. शासन)
  • ‘मातृभूमि’ पुरस्कार, वर्ष 2020 (अंग्रेजी कहानी संग्रह ‘Blue Is Like Blue’ के लिए)
  • साहित्य अकादमी, नई दिल्ली के सर्वोच्च सम्मान “महत्तर सदस्य” चुने गये, वर्ष 2021.
  • 2024 का 59वां ज्ञान पीठ पुरस्कार समग्र साहित्य पर दिया गया।

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