Chhattisgarh News: बस्तर संभाग बना डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का मॉडल! आभा लिंक से 53% मरीजों का रजिस्ट्रेशन, नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल से सुविधाएं और आसान

Chhattisgarh News: बस्तर संभाग बना डिजिटल स्वास्थ्य सेवाओं का मॉडल! आभा लिंक से 53% मरीजों का रजिस्ट्रेशन, नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल से सुविधाएं और आसान

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  • Publish Date - August 10, 2025 / 02:32 PM IST,
    Updated On - August 10, 2025 / 02:32 PM IST

Chhattisgarh News/Image Source: IBC24

HIGHLIGHTS
  • बस्तर संभाग में डिजिटल हेल्थ की क्रांति,
  • आभा लिंक से 53% ओपीडी रजिस्ट्रेशन,
  • ‘नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल’ से बढ़ी पारदर्शिता,

रायपुर: Chhattisgarh News: बस्तर संभाग में नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल, आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन तथा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का प्रभावी क्रियान्वयन क्षेत्र के लिए एक बड़ा परिवर्तन साबित हो रहा है। उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय द्वारा बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सेवाओं के सशक्त विस्तार की दिशा में लगातार सार्थक प्रयास किए जा रहे हैं। स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल के सतत मार्गदर्शन में प्रदेश की स्वास्थ्य सेवाएं आज तकनीक के साथ कदम से कदम मिलाकर चल रही हैं।

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Chhattisgarh News: बस्तर के छ :जिला चिकित्सालयों, दो सिविल अस्पतालों और 41 सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों में नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल प्रणाली का सफल संचालन किया जा रहा है, जिससे ओपीडी पंजीकरण, परामर्श, जांच, दवा वितरण तथा मरीजों की स्वास्थ्य संबंधी सभी जानकारियां अब एक डिजिटल मंच पर उपलब्ध हो रही हैं। इसके तहत मरीजों को बेहतर और समयबद्ध सेवाएं मिल रही हैं। डिजिटल तकनीक के इस समावेशन ने अस्पतालों में पारदर्शिता, कार्यकुशलता और मरीजों की संतुष्टि में उल्लेखनीय वृद्धि की है।

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Chhattisgarh News: आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन के अंतर्गत अस्पतालों का हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्रेशन (HFR) और चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ का हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्रेशन (HPR) सुनिश्चित किया गया है। अस्पताल परिसरों में आभा कियोस्क स्थापित कर मरीजों को आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट (आभा) बनाने की सुविधा दी जा रही है। स्कैन एंड शेयर एवं आभा आईडी के माध्यम से ऑनलाइन ओपीडी पंजीयन की सुविधा से मरीजों को लम्बी कतारों से राहत मिली है और उन्हें त्वरित सेवाएं मिल रही हैं।

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Chhattisgarh News: डिजिटल नवाचारों का प्रभाव भी स्पष्ट रूप से सामने आया है। जिला चिकित्सालय बस्तर में मई, जून और जुलाई 2025 के दौरान कुल 60,045 ओपीडी पंजीयन दर्ज किए गए, जिनमें से 32,379 पंजीयन आभा लिंक के माध्यम से हुए — जो कि कुल पंजीयनों का 53% है। इसी अवधि में जिला चिकित्सालय दंतेवाड़ा में 33,895 ओपीडी पंजीयन दर्ज हुए, जिनमें से 13,729 पंजीयन आभा से लिंक किए गए — यानी 40% का डिजिटल एकीकरण।

यह पूरी प्रक्रिया न केवल समय की बचत सुनिश्चित कर रही है, बल्कि मरीजों के लिए डिजिटल हेल्थ रिकॉर्ड की सुविधा भी प्रदान कर रही है, जिसे वे देश के किसी भी हिस्से में कभी भी देख सकते हैं। इससे स्वास्थ्य सेवा प्रणाली में पारदर्शिता के साथ-साथ उपचार की निरंतरता और गुणवत्ता में भी वृद्धि हो रही है।

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Chhattisgarh News: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि बस्तर संभाग में नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन जैसी आधुनिक तकनीकों के सफल क्रियान्वयन ने स्वास्थ्य सेवाओं को नई गति और दिशा दी है। डिजिटल पंजीकरण, हेल्थ रिकॉर्ड और पारदर्शी सेवा प्रणाली से मरीजों को समयबद्ध, सुलभ और गुणवत्तापूर्ण इलाज मिल रहा है। यह पहल न केवल बस्तर के लिए, बल्कि पूरे प्रदेश के लिए एक अनुकरणीय मॉडल है, जिसे हम शीघ्र ही राज्य के सभी जिलों में लागू कर “स्वस्थ और सशक्त छत्तीसगढ़” के संकल्प को साकार करेंगे।

स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बस्तर संभाग में स्वास्थ्य सेवाओं का यह तकनीकी उन्नयन न केवल स्थानीय जनता के लिए उपयोगी सिद्ध हो रहा है, बल्कि यह पूरे प्रदेश के लिए एक अनुकरणीय मॉडल बनकर उभर रहा है। राज्य सरकार का लक्ष्य इस प्रणाली को सभी जिलों में सुदृढ़ रूप से लागू कर “स्वस्थ और सशक्त छत्तीसगढ़” की दिशा में मजबूती से आगे बढ़ना है।

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Chhattisgarh News: उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य सुविधाओं के क्षेत्र में यह पहल केवल स्वास्थ्य सेवाओं के डिजिटलीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि यह ग्रामीण और दूरस्थ क्षेत्रों के लोगों को गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा सुविधा से जोड़ने का एक सशक्त माध्यम है। बस्तर में मिले सकारात्मक परिणाम इस बात का प्रमाण हैं कि जब तकनीक, प्रशासनिक इच्छाशक्ति और जनभागीदारी एक साथ आते हैं, तो विकास की रफ्तार कई गुना बढ़ जाती है। यह पहल न केवल स्वास्थ्य सेवाओं में बदलाव लाएगी, बल्कि ‘स्वस्थ भारत’ के निर्माण में भी छत्तीसगढ़ का महत्त्वपूर्ण योगदान सुनिश्चित करेगी।

"नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल प्रणाली" क्या है और यह कैसे काम करती है?

"नेक्स्ट जेन ई-हॉस्पिटल प्रणाली" एक डिजिटल स्वास्थ्य प्रबंधन प्रणाली है जिसके तहत ओपीडी पंजीकरण, परामर्श, जांच, दवा वितरण और स्वास्थ्य रिकॉर्ड एकीकृत प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होते हैं। इससे मरीजों को तेज और पारदर्शी सेवाएं मिलती हैं।

"आभा आईडी" क्या होती है और इसका उपयोग कैसे होता है?

"आभा आईडी" (ABHA ID) आयुष्मान भारत हेल्थ अकाउंट का हिस्सा है। यह मरीजों के डिजिटल स्वास्थ्य रिकॉर्ड को सुरक्षित रूप से जोड़ने और देशभर में कहीं भी एक्सेस करने की सुविधा देती है।

क्या "आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन" के तहत सभी अस्पताल शामिल हैं?

"आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन" के तहत चरणबद्ध तरीके से सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को हेल्थ फैसिलिटी रजिस्ट्रेशन (HFR) और हेल्थ प्रोफेशनल रजिस्ट्रेशन (HPR) के माध्यम से जोड़ा जा रहा है।

"डिजिटल ओपीडी पंजीकरण" से मरीजों को क्या लाभ होता है?

"डिजिटल ओपीडी पंजीकरण" से मरीजों को लंबी कतारों में लगने से छुटकारा मिलता है, पंजीकरण की प्रक्रिया तेज होती है और हेल्थ रिकॉर्ड सुरक्षित रूप से संग्रहित रहता है।

क्या यह प्रणाली भविष्य में पूरे छत्तीसगढ़ में लागू होगी?

हाँ, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने स्पष्ट किया है कि यह प्रणाली जल्द ही पूरे छत्तीसगढ़ में लागू की जाएगी ताकि "स्वस्थ और सशक्त छत्तीसगढ़" का सपना साकार किया जा सके।