Minister Kedar Kashyap. Source- File
रायपुर: छत्तीसगढ़ सरकार के वन्य मंत्रालय के नए मंत्री केदार कश्यप ने आज कैबिनेट मीटिंग से ठीक पहले मंत्रालय पहुंचकर दंतेश्वरी माई और ईष्टदेव की पूजा-अर्चना की और फिर वनमंत्री का पदभार ग्रहण किया। पिछले महीने 9 मंत्रियों ने मंत्रिपद की शपथ ली थी जिसमें केदार कश्यप का नाम भी शामिल था। वही मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने उन्हें वन एवं जलवायु परिवर्तन, जल संसाधन, कौशल विकास एवं सहकारिता विभाग की जिम्मेदारी सौंपी थी।
मंत्रालय में पदभार ग्रहण करने के अवसर पर उन्होंने मीडिया से भी बातचीत की। केदार कश्यप ने कहा कि पहले दिन से ही उनकी सरकार प्रदेश के विकास की दिशा में कार्य कर रही है। हम सभी छत्तीसगढ़ को समृद्ध बनाने की दिशा में अपना शत-प्रतिशत योगदान देंगे। अटल जी के सपनों का छत्तीसगढ़ को संवारने के लिए हम संकल्पित होकर काम करेंगे।
बात करें केदार कश्यप की तो वह बस्तर क्षेत्र से साय की कैबिनेट में अकेले मंत्री होंगे। उन्होंने इस बार भी अपने परंपरागत सीट नारायणपुर से किस्मत आजमाया और जीत हासिल की। केदार कश्यप ने कांग्रेस के चंदन कश्यप को 19 हजार 188 वोटों के अंतर से हराया। केदार कश्यप भाजपा के फायर ब्रांड नेताओं में गिने जाते है। अपनी धारा प्रभाव शैली की वजह से अक्सर वह मीडिया में पार्टी का पक्ष रखते हुए दिखाई पड़ते है। आज केदार कश्यप बस्तर में भाजपा के सबसे प्रभावशाली मंत्रियों में से एक है। केदार कश्यप डॉ रमन सिंह के पूर्ववर्ती सरकार में भी मंत्री रह चुके है।
बात करें उनके सियासी करियर की तो केदार कश्यप को सियासत विरासत में मिली है। हालांकि आज केदार कश्यप भाजपा के दिग्गज आदिवासी नेताओं में गिने जाते है। केदार बस्तर के पूर्व सांसद स्व. बलिराम कश्यप के बेटे है। यह बलिराम कश्यप का सियासी कद ही है कि उन्हें पीएम मोदी ने अपने बस्तर का गुरु मानते है।
सीएम विष्णुदेव साय की अगुवाई में आज छत्तीगसढ़ सरकार के कैबिनेट की मीटिंग नया रायपुर स्थित मंत्रालय में होने जा रही है। यह मीटिंग इसलिए भी खास हैं क्योंकि मंत्रियों को विभागों के आबंटन के बाद यह पहली बैठक है। इस बैठक में मंत्रियों को उनके विभाग से परिचय कराते हुए उनके दायित्वों की जानकारी दी जाएगी।
साय कैबिनेट में आज मोदी की गारंटी पर गहनता से चर्चा होगी, कई महत्वपूर्ण प्रस्ताव लाये जायेंगे। जिन दो योजनाओं पर कैबिनेट गंभीरता से मंथन करेगी उनमे महतारी योजना और गरीबों को 500 रुपये में सिलेंडर योजना प्रमुख हैं। इन दोनों योजनाओं को किस तरह अमलीजामा पहनाया जाए और इसका लाभ किस तरह समाज के अंतिम छोर तक पहुंचे इस पर मंत्री और अफसरों के बीच भी मंथन होगा।