Nagarnar Steel Plant Bik Jayega
CG Ki Baat: रायपुर: नमस्कार, छत्तीसगढ़ की बात में आपका स्वागत है। (Nagarnar Steel Plant Bik Jayega) भारतीय जनता पार्टी की परिवर्तन महा संकल्प रैली को संबोधित करने बस्तर आ रहे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे के ठीक पहले, सर्व आदिवासी समाज समेत कांग्रेस ने आदिवासियों के सेंटीमेंट और बस्तर के विकास से जुड़े नगरनार प्लांट के निजीकरण का मुद्दा उठाकर, बंद का आह्वान किया। इस मुद्दे पर बीजेपी-कांग्रेस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का नया मोर्चा खुल गया है। एक नए सिरे से पुरानी बहस छिड़ी है कि बस्तर वासियों के रोजगार से जुड़े नगरनार प्लांट को कौन और किसके फायदे के लए निजी हाथों में बेच रहा है। इसी पर होगी सीधी और तीखी बहस।
ऐन चुनावी घड़ी में प्रदेश के सत्ता की चाबी कहलाने वाले बस्तर में चुनावी घमासान चरम पर है। तापमान और बढ़ेगा क्योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंगलवार 3 अक्टूबर को बस्तर आ रहे हैं। जगदलपुर के लालबाग मैदान पर PM की विशाल सभा होगी। PM मोदी न केवल NMDC द्वारा बनाए गए बस्तर के पहले स्टील प्लांट का उद्घाटन करेंगे, बल्कि रेलवे और राष्ट्रीय राजमार्ग से जुड़ी बड़ी घोषणाएं भी होंगी। सरकारी कार्यक्रम के इस मंच पर कई घोषणाएं होंगी यानि भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में कोई कसर ना छोड़ी जाएगी। जाहिर है माहौल चुनावी है तो,कांग्रेस ने भी नगरनार के मुद्दे पर पीएम मोदी और बीजेपी को घेरने शुरू कर दिया है। सीएम भूपेश ने कहा कि, PM मोदी बस्तर और छग के लोगों को आश्वस्त करें कि, नगरनार प्लांट निजी हाथों में नहीं बिकेगा, दूसरी तरफ PCC चीफ दीपक बैज ने मोदी के दौरे के दिन नगरनार प्लांट को लेकर बस्तर बंद का आह्वान किया है।
वैसे NMDC के निजीकरण का मसले को कांग्रेस लंबे समय से उठाती रही है। इसी मुद्दे पर कांग्रेस के साथ-साथ सर्व आदिवासी समाज ने भी बस्तर बंद का आह्वान किया है। साथ ही चार सूत्रीय मांगों को लेकर प्रदर्शन किया।
नगरनार को लेकर कांग्रेस जहां केंद्र सरकार और बीजेपी को जमकर घेर रही है तो वहीं, बीजेपी का दावा है कि केंद्र नगरनार स्टील प्लांट को ना बेच रही, ना कभी बेचेगी। उल्टे उनका आरोप है कि कांग्रेस इस पर भ्रम फैला रही है, घटिया राजनीति कर रही है। नगरनार स्टील प्लांट बस्तर में आदिवासियों की सेंटिमेंट से जुड़ा मुद्दा है। .ऐसे में ऐन PM मोदी के दौरे के पहले नगरनार के निजीकरण के मुद्दे को हवा देकर क्या कोई भी दल इस पर चुनावी बढत बना सकेगा, ये सबसे बड़ा सवाल है।