Politics in Chhattisgarh on Naxal problem || Image- IBC24 News File
Politics in Chhattisgarh on Naxal problem: रायपुर: छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सल विरोधी अभियान में मिली बड़ी सफलता के बाद भाजपा सरकार के मंत्री और नेता उत्साहित हैं। वे लगातार 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने के अपने संकल्प को दोहरा रहे हैं। इसके साथ ही, सत्ता पक्ष के नेता कांग्रेस की पूर्ववर्ती सरकार पर भी हमलावर हो गए हैं।
प्रदेश के कैबिनेट मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता रामविचार नेताम ने कांग्रेस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि, कांग्रेस और नक्सलियों का अवैध संबंध था। उन्होंने दावा किया कि कांग्रेस सरकार नक्सलियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करने से बचती थी। जब भी कांग्रेस इस दिशा में कदम बढ़ाती, तो कुछ समय बाद पीछे हट जाती। रामविचार नेताम ने कहा कि वर्तमान सरकार ने छत्तीसगढ़ को नक्सलवाद मुक्त बनाने का संकल्प लिया है और इस दिशा में तेजी से काम कर रही है।
Politics in Chhattisgarh on Naxal problem: इससे पहले, विधानसभा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने भी कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने कभी नक्सलवाद को गंभीरता से नहीं लिया। उनके अनुसार, कांग्रेस सरकार नक्सल समस्या का हल निकालने के लिए कोई ठोस कमिटमेंट नहीं दिखा पाई थी, जबकि वर्तमान सरकार केंद्र और राज्य दोनों स्तरों पर इसे 2026 तक समाप्त करने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है।
छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले के केरलापाल थाना क्षेत्र में सुरक्षाबलों और नक्सलियों के बीच मुठभेड़ हुई। इस ऑपरेशन को DRG (जिला रिजर्व गार्ड) और CRPF (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल) के जवानों ने अंजाम दिया। इस अभियान में कई नक्सली मारे गए, जिनमें कुछ महिला नक्सली भी शामिल थीं। मुठभेड़ के दौरान नक्सली कमांडर और अन्य वरिष्ठ नेताओं को भी मार गिराया गया।
Politics in Chhattisgarh on Naxal problem: इस अभियान के दौरान सुरक्षाबलों को भी कुछ नुकसान झेलना पड़ा। मुठभेड़ में कुछ जवान घायल हुए, जिन्हें हेलीकॉप्टर के जरिए रायपुर लाया गया और अस्पताल में भर्ती कराया गया। फिलहाल, इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी है।
गृह मंत्री अमित शाह ने इस सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि यह नक्सलवाद पर एक और करारा प्रहार है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार 2026 तक नक्सलवाद को पूरी तरह खत्म करने के लिए संकल्पित है और सुरक्षाबलों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि हिंसा किसी भी समस्या का समाधान नहीं हो सकती, बल्कि शांति और विकास ही आगे बढ़ने का सही रास्ता है।
Politics in Chhattisgarh on Naxal problem: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी सुरक्षाबलों की इस बहादुरी की सराहना की और इसे राज्य में नक्सलवाद के खात्मे की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उन्होंने कहा कि सरकार नक्सलियों को सरेंडर करने और मुख्यधारा में लौटने के लिए पुनर्वास योजनाएं चला रही है।
इसी कड़ी में, दंतेवाड़ा जिले में कई नक्सलियों ने पुलिस अधीक्षक के सामने आत्मसमर्पण किया। सरकार की पुनर्वास नीति से प्रभावित होकर उन्होंने समाज की मुख्यधारा में लौटने का संकल्प लिया। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों के खिलाफ विभिन्न थानों में आपराधिक मामले दर्ज थे।
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Politics in Chhattisgarh on Naxal problem: बहरहाल सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाई से नक्सलियों को करारा झटका लगा है। सरकार नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास योजनाओं को बढ़ावा देने और नक्सलवाद को जड़ से खत्म करने की दिशा में तेजी से काम कर रही है।