CG Ki Baat/ Image Credit: IBC24
रायपुर। CG Ki Baat: आज होलिका दहन है और कल सुबह सभी होली के रंगो से सराबोर होंगे, लेकिन त्योहार के इस मौके पर भी सियासी आरोप-प्रत्यारोप की पिचकारियां चल रही हैं।छत्तीसगढ़ समेत पूरे देश में आमजन अबीर-गुलाल-रंग-पिचकारी की खरीददारी में जुटे हैं। ये भी सच है कि हर बार की तरह इस बार भी बाजार में फिर महंगाई की मार को आमजन महसूस कर रहा है लेकिन फिर भी बाजार अब भी गुलजार है। छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने होली पर महंगाई की मार के बहाने सीधे-सीधे मोदी सरकार को पोस्टर जारी कर घेरा तो बीजेपी ने इसे सच्चाई से परे और कांग्रेस के भ्रष्टाचार को उजागर करने वाली कार्रवाई से बने माहौल से बचाव का तरीका बताया। दोनों पक्षों को तर्कों को सुनेंगे, बहस भी होगी पहले जरा मुद्दा क्या है समझते हैं।
छत्तीसगढ़ कांग्रेस ने अपने पोस्टर में मुद्दा बनाकर बीजेपी सरकार को, केंद्र की मोदी सरकार को जमकर घेरा। कांग्रेस ने एक पोस्टर जारी करते हुए लिखा, होली पर महंगाई की मार, जिम्मेदार मोदी सरकार जाहिर है महंगाई के बहाने मोदी सरकार पर, विपक्ष का ये वार बीजेपी को जरा भी रास नहीं आया। बीजेपी नेताओं ने फौरन कांग्रेस को आईना दिखाते हुए उनकी सरकार को वक्त महंगाई की स्थिति याद दिलाते हुए पलटवार किया। बीजेपी विधायक सुशांत शुक्ला ने तंज कसते हुए कहा कि, भ्रष्टाचार से जिनकी खुद की रसोई बंद हो गई हो वो अब महंगाई की चिंता कर रहे हैं।
वैसे, महंगाई आमजनता, मिडिल क्लास के लिए हमेशा, हर त्योहार पर सबसे बड़ी समस्या है, जिससे वो जूझकर अपने बच्चों के लिए त्योहार पर व्यवस्था जुटाते हैं लेकिन एक फैक्ट ये है कि, GFX- (हेडर- महंगाई पर मौजूदा आंकड़े) सांख्यिकी मंत्रालय की ओर से 12 मार्च को जारी महंगाई के आंकड़ों के मुताबिक, दाल-सब्जियां सस्ती होने से फरवरी में रिटेल महंगाई दर घटकर 3.61% पिछले 7 महीने के सबसे निचले स्तर पर आ गई है। जारी आंकड़े बताते हैं कि जुलाई 2024 में महंगाई 3.54% पर थी, जो जनवरी 2025 में बढ़कर 4.31% स्तर पर पहुंच गई थी और अब घटकर फरवरी 2025 में ये 3.61% के स्तर पर आ गई है। ग्रामीण महंगाई 4.59% से घटकर 3.79% जबकि शहरी महंगाई 3.87% से घटकर 3.32% हो गई है।
CG Ki Baat: कुल मिलाकर महंगाई के ताज आंकड़ों के आधार पर बीजेपी का कांग्रेस पर सीधा आरोप है कि कांग्रेस ने महंगाई के बहाने पोस्टर जारी करते समय भी फैक्ट को दरकिनार किया, ताकि काग्रेस के करप्शन से बने माहौल से ध्यान भटकाया जा सके। सवाल है क्या महंगाई पर ये वार वाकई फैक्ट से दूर और करप्शन पर ED एक्शन से ध्यान हटाने के लिए है ?