Chhattisgarh News | Photo Credit: IBC24
रायपुर: Chhattisgarh News क्या छत्तीसगढ़ में किसी भी तरह से वोट चोरी हुआ है, या फिर ये केवल हार? बिलासपुर में ‘वोट चोर गद्दी छोड़’ रैली के बाद अब कांग्रेस ने रायगढ़ से वोट अधिकार यात्रा शुरू दी है। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट और PCC चीफ दीपक बैज ने खुद हस्ताक्षर कर इसे जोर-शोर से शुरु किया। इस मुहिम के जरिए कांग्रेस, सत्तापक्ष और चुनाव आयोग पर SIR को लेकर दबाव बढ़ाना चाहती है, तो वोट चोरी के मुद्दे को बीजेपी , राहुल गांधी की अज्ञानता और कांग्रेस के भ्रम फैलाने की नाकामयाब मुहिम बताकर खारिज कर रही है। कांग्रेस बीजेपी में बहस इस बात पर छिड़ गई है कि किसके वोटर्स के नाम जोड़े या काटे गए। पर क्या देश-प्रदेश में ऐसा होता है? क्या वास्तव में SIR प्रक्रिया पार्टी के वोटर्स पहचान कर हटाने के लिए है? क्या SIR का केवल इसीलिए विरोध है कि कुछ अवैध नाम काटे जा रहे हैं?
Chhattisgarh News तो छत्तीसगढ़ कांग्रेस ठान चुकी है कि वोट चोरी के मुद्दे को किसी भी कीमत पर ठंडा होने नहीं देगी। पहले पब्लिक रैली और अब 16 सितंबर को रायगढ़ से ‘वोट चोर गद्दी छोड़ यात्रा’कांग्रेस बीजेपी सरकार पर वोट चोरी के आरोप लगा रही है। जवाब में मोर्चा संभाला छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री विजय शर्मा ने कहा कि भ्रम फैलाकर कांग्रेस केवल अपना वोट बैंक बचाना चाहती है। कांग्रेस नेताओं ने भी जवाब दिया। गृहमंत्री और बीजेपी मान चुके हैं कि, सत्ता के बल पर, चुनाव आयोग की मदद से जो नाम वोटर लिस्ट से काटे जा रहे हैं वो सब कांग्रेस का वोट बैंक हैं।
कुल मिलाकर वोट चोरी को लेकर कांग्रेस की यात्रा की शुरूआत के साथ ही पक्ष-विपक्ष में वोटर चोरी पर घमासान चरम पर है। कांग्रेस कहती है उसके वोटर जानबूझकर हटाए गए। तो बीजेपी कह रही है भ्रम फैलाकर क्या बचाना चाहती है कांग्रेस पर सवाल ये है कि क्या वाकई कौन-किस पार्टी का वोटर है इसे देखकर प्रदेश में वोटर्स के नाम जोड़े या हटाए जाते हैं?