महुए के लड्डू से लेकर नैनो फर्टिलाइजर की दिखेगी झलक, राष्ट्रीय किसान मेले में एग्रो स्टार्टअप्स के भी लगेंगे स्टॉल

महुए के लड्डू से लेकर नैनो फर्टिलाइजर की दिखेगी झलक, राष्ट्रीय किसान मेले में एग्रो स्टार्टअप्स के भी लगेंगे स्टॉल

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  • Publish Date - February 22, 2020 / 06:54 AM IST,
    Updated On - November 29, 2022 / 07:54 PM IST

रायपुर। राष्ट्रीय कृषि मेला छत्तीसगढ़ 2020 छत्तीसगढ़ की चार चिन्हारी ‘नरवा, गरुवा, घुरुवा एवं बाड़ी के विकास’ तथा एकीकृत कृषि विकास कार्यक्रम एवं किसानों के कल्याण संबंधी विषयों पर केन्द्रित होगा। इस मेले में प्रदेश के किसानों को नवीनतम कृषि तकनीकी से रुबरु होने का मौका भी मिलेगा। एक खेत से छह प्रकार की उपज लेने की तकनीकी, नेनोफर्टिलाइजर, ‘‘बायोफ्लॉक सघन मतस्य पालन’’ की नवीन तकनीक, ‘‘आटोमेटिक सूक्ष्म सिंचाई यन्त्र’’ का प्रदर्शन, मिटटी की जलधारण क्षमता को कई गुना बढ़ाने वाले जैविक उर्वरक जैसे उपयोगी नवाचारों के जीवंत प्रदर्शन के साथ महुआ दलिया, महुआ लड्डू, एवं अन्य महुआ उत्पाद के स्टॉल, अंकुरित मोटे अनाज की कूकीज, बिस्किट्स, केक्स, हेल्थ ड्रिंक पाउडर आदि बेकरी प्रोडक्ट्स भी देखने को मिलेंगे।

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छत्तीसगढ़ शासन के कृषि एवं जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा 23 से 25 फरवरी 2020 तक ग्राम तुलसी-बाराडेरा में आयोजित होने वाले तीन दिवसीय राष्ट्रीय कृषि मेले में इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय रायपुर के अंतर्गत राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (रफ़्तार) के माध्यम से संचालित ‘‘एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर’’ परियोजना के चुनिंदा कृषि स्टार्टअप राष्ट्रीय कृषि मेले में भागीदारी करेंगे। यह परियोजना कृषि सहकारिता और किसान कल्याण विभाग, कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार के वित्तीय सहयोग से संचालित की जा रही है। इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ एस.के. पाटिल के मार्गदर्शन में रबी की विशेष पहल नवाचारी युवकों एवं नवोन्मेषी कृषकों के लिए संचालित की जा रही है जिसमें नवाचारी उद्यम को स्थापित करने केतु 5 लाख से 25 लाख रूपये तक की वित्तीय सहायता उपलब्ध करायी जा रही है।

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राष्ट्रीय कृषि मेला में इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय रबी के स्टार्टअप्स बढ़-चढ़कर भागीदारी निभाएंगे। इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय के ‘‘एग्रीबिजनेस इनक्यूबेटर’’ परियोजना से कुणाल साहू ‘‘रामांजलि ऑर्गेनिक्स’’ एकीकृत खेती की पद्ध्धति लेकर आएँगे जिसे अपनाकर कोई भी कृषक एक खेत से छह प्रकार की उपज ले सकता है। कोयतूर फिश फार्मिंग भिलाई से सु वंदना चुरेन्द्र ‘‘बायोफ्लॉक सघन मतस्य पालन’’ की नवीन तकनीक का स्टॉल लगाएंगी। ऐग्रीराइड्स जगदलपुर के दीपक ध्रुव ‘‘आटोमेटिक सूक्ष्म सिंचाई यन्त्र’’ का प्रदर्शन करेंगे। नेचर वाल, रायपुर के योगेश कुमार सोनकर ‘‘नवीन आल इन वन प्रोडक्ट’’ जो मिटटी की जलधारण क्षमता को कई गुना बढ़ा देता है तथा यह एक जैविक उर्वरक है जिसका जीवंत प्रदर्शन ‘‘अर्थ एलिक्सिर’’ पद्धति से सोनकर द्वारा किया जाएगा।

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इंदिरा गाँधी कृषि विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित इस परियोजना में दंतेवाड़ा जिले के शिव गोविन्द सिंह ने भी अपना स्टार्टअप ‘‘जंगली हेल्थी’’ स्थापित किया है जो महुआ दलिया, महुआ लड्डू, एवं अन्य महुआ उत्पाद का विक्रय हेतु स्टॉल लगाएंगे। संस्कृति हर्बल्स रायपुर के चंद्रेश चौधरी एसेंशियल ऑयल ब्लंेड्स का स्टॉल लगाएगे, अभिनीति एग्रो भिलाई की सु हेमलता देशमुख अंकुरित मोटे अनाज की कूकीज, बिस्किट्स, केक्स, हेल्थ ड्रिंक पाउडर आदि बेकरी प्रोडक्ट्स के विक्रय हेतु स्टॉल लगाएंगी। नेत्रम आयुर्वेद रायपुर के देव गर्ग नेत्रम अंजन एवं अन्य आयुर्वेदिक औषधीय उत्पाद का स्टॉल लगाएंगे, पुरुषोत्तम लाल साहू ‘‘यगुरुदेव हाईटेक हर्बल्स गरियाबंद’’ द्वारा मेडिसिनल और एरोमेटिक एसेंशियल आयल एवं परफ्यूमरी प्रोडक्ट्स का स्टाल लगाएंगे, अंकित कटकवार ‘‘गौ देन आर्गेनिक’’ काऊ पॉट का स्टॉल लगाएंगे, सुलज्योति बागची ‘‘आदित्य बायोइनोवेशन नागपुर’’ द्वारा नेनोफर्टिलाइजर जैसी नई तकनीक किसानो के लिए प्रदर्शन एवं विक्रय हेतु लगाया जाएगा।

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छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी कार्यक्रम नरवा, गरुवा, घुरुवा एवं बाड़ी के विकास तथा एकीकृत कृषि विकास कार्यक्रम एवं किसानों के कल्याण संबंधी विषयों पर राष्ट्रीय कृषि मेला छत्तीसगढ़ 2020 केन्द्रित है।