Publish Date - April 6, 2025 / 09:14 AM IST,
Updated On - April 6, 2025 / 02:51 PM IST
नई दिल्ली : भारत अमेरिका के साथ द्विपक्षीय व्यापार समझौते पर धैर्यपूर्वक बातचीत करेगा, साथ ही डेयरी जैसे क्षेत्रों से जुड़े अपने हितों की रक्षा करेगा। सूत्रों ने शनिवार को यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार अमेरिका में पीनट बटर (मूंगफली के मक्खन) को लेकर संवेदनशीलता है, उसी प्रकार भारत भी डेयरी क्षेत्र को लेकर संवेदनशील है।
सूत्रों ने कहा, ‘‘ हमें धैर्य रखना होगा। मुक्त व्यापार समझौते रातोंरात नहीं होते। यह सावधानीपूर्वक और स्थिर तरीके से होता है। हमें चीजों का सावधानीपूर्वक विश्लेषण करना होगा। ’’ उन्होंने कहा कि भारत ने सभी मुक्त व्यापार समझौतों में अपने डेयरी क्षेत्र को संरक्षित किया है तथा आगे भी ऐसा करता रहेगा तथा उनकी सुरक्षा करता रहेगा।
भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते का मुख्य उद्देश्य क्या है?
दोनों देशों का मुख्य उद्देश्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को दोगुना करके 500 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंचाना है।
भारत अपने डेयरी क्षेत्र को लेकर कैसे सावधान रहेगा?
भारत ने सभी मुक्त व्यापार समझौतों में अपने डेयरी क्षेत्र को संरक्षित किया है और आगे भी इसे सुरक्षा प्रदान करेगा, जैसा कि अमेरिका में पीनट बटर के मामले में संवेदनशीलता है।
भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते में क्या चुनौतियाँ हो सकती हैं?
व्यापार समझौते में सावधानीपूर्वक विश्लेषण की आवश्यकता होगी, क्योंकि यह एक लंबी प्रक्रिया है और दोनों देशों के विभिन्न संवेदनशील क्षेत्रों को ध्यान में रखते हुए समझौता होगा।
क्या भारत अमेरिका के व्यापार समझौते को जल्दी पूरा करेगा?
नहीं, भारत ने कहा है कि व्यापार समझौता रातोंरात नहीं होगा। यह एक स्थिर और सावधानीपूर्वक प्रक्रिया होगी, जिसमें धैर्य की आवश्यकता है।
भारत ने पहले भी अपने डेयरी क्षेत्र को कैसे संरक्षित किया है?
भारत ने अपने सभी मुक्त व्यापार समझौतों में डेयरी क्षेत्र को संरक्षित किया है, और इस प्रकार के समझौतों के दौरान उसे हमेशा सुरक्षा प्रदान की है।