‘इलाहाबादिया प्रकरण ने सोशल मीडिया, ओटीटी मंचों को विनियमित करने के लिए प्रभावी कानूनों की जरूरत को उजागर किया’

‘इलाहाबादिया प्रकरण ने सोशल मीडिया, ओटीटी मंचों को विनियमित करने के लिए प्रभावी कानूनों की जरूरत को उजागर किया’

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  • Publish Date - February 11, 2025 / 09:48 PM IST,
    Updated On - February 11, 2025 / 09:48 PM IST

नयी दिल्ली, 11 फरवरी (भाषा) सोशल मीडिया इंफ्लुएंसर रणवीर इलाहाबादिया की अभद्र टिप्पणी से पैदा हुए हंगामे ने सोशल मीडिया और ‘ओवर-द-टॉप’ (ओटीटी) मंचों के लिए नियमन और प्रभावी कानून बनाने की आवश्यकता को रेखांकित किया है। मीडिया को दायरे में लाने वाले मौजूदा कानूनी माध्यमों का अध्ययन कर रही संसदीय समिति के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने मंगलवार को यह बात कही।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सांसद निशिकांत दुबे की अध्यक्षता वाली संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी संसदीय समिति के कुछ सदस्यों ने कहा कि वे 13 फरवरी को होने वाली समिति की बैठक में इलाहाबादिया की ‘‘अश्लील’’ टिप्पणियों का मुद्दा उठाएंगे।

समिति के एक वरिष्ठ सदस्य ने कहा कि कुछ सांसद इस मामले को उठा सकते हैं, क्योंकि यह उनका विशेषाधिकार है, लेकिन समिति विभिन्न मीडिया मंचों पर सामग्री से संबंधित व्यापक मुद्दों पर ध्यान देगी।

उन्होंने कहा कि ‘इंफ्लुएंसर’ को तलब नहीं किया जा सकता।

समिति की सदस्य एवं शिवसेना (उबाठा) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि वह ‘‘हास्य के रूप में प्रस्तुत की जाने वाली अश्लील, ईशनिंदा वाली सामग्री’’ के मुद्दे को उठाएंगी।

उन्होंने कहा, ‘‘हमें सीमाएं तय करने की जरूरत है, क्योंकि ये मंच युवाओं के दिमाग को प्रभावित करते हैं और वे पूरी तरह से बकवास सामग्री पेश कर रहे हैं। रणवीर इलाहाबादिया द्वारा इस्तेमाल की गई भाषा अस्वीकार्य है।’’

बैठक के लिए समिति का एजेंडा संचार, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालयों के प्रतिनिधियों के मौखिक साक्ष्य से संबंधित है।

संसद की एक समिति के कई सदस्यों ने 31 जनवरी को मीडिया से जुड़े कानूनों को मजबूत बनाने और समाचार पोर्टल तथा ‘ओटीटी’ को उनके दायरे में लाने की वकालत की थी। वहीं समिति के अध्यक्ष निशिकांत दुबे ने ‘बड़े पैमाने पर’ पेड न्यूज और ‘टीआरपी’ के लिए कुछ समाचार चैनलों द्वारा सनसनी फैलाने जैसे मुद्दे उठाए थे।

सूत्रों ने बताया कि संचार एवं सूचना प्रौद्योगिकी संबंधी स्थायी संसदीय समिति के ज्यादातर सदस्यों का मानना ​​था कि ‘प्रिंट’ को कवर करने वाले भारतीय प्रेस परिषद अधिनियम को मजबूत बनाया जाना चाहिए और नये पोर्टल को भी इसके अधिकार क्षेत्र में लाया जाना चाहिए।

हास्य कलाकार समय रैना के यूट्यूब रियलिटी शो ‘इंडियाज गॉट लैटेंट’ में माता-पिता और यौन संबंधों को लेकर इलाहाबादिया की विवादास्पद टिप्पणी के बाद उन्हें हर तरफ से आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है। सोशल मीडिया पर सोमवार को उनकी यह टिप्पणी खूब प्रसारित हुई थी।

‘बीयरबाइसेप्स’ के नाम से मशहूर यूट्यूबर ने बाद में अपने अपनी इस चूक के लिए माफी मांगी और यह भी कहा कि उन्होंने शो के निर्माताओं से विवादास्पद खंड को हटाने के लिए कहा है।

भाषा देवेंद्र पारुल

पारुल