Amit Bakshi murder case in Ramgarh district Jharkhand

15 की उम्र में थामा हथियार, 26 साल के भतीजे ने ऐसे लिया चाचा की हत्या का बदला, खूनी संघर्ष की वारदात सुनकर कांप उठेगी आपकी रूह

Amit Bakshi murder case in Jharkhand : झारखंड के रामगढ़ जिले से खूनी खेल की ऐसी कहानी सामने आई है। जिसे सुनकर आप अंदर तक हिल जाएंगे।

Edited By :   Modified Date:  November 29, 2022 / 08:05 PM IST, Published Date : September 14, 2022/8:26 pm IST

Amit Bakshi murder case in Jharkhand : झारखंड के रामगढ़ जिले से खूनी खेल की ऐसी कहानी सामने आई है। जिसे सुनकर आप अंदर तक हिल जाएंगे। इस वारदात की पूरी खबर को सुनकर आप कांप उठेंगे और सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि आखिर 26 साल के भतीजे से कैसे ये सब कर लिया। दरअसल पतरातू थाना इलाके में करीब छह माह पहले अशोक पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। भतीजे भरत पांडेय को शक था कि इस घटना को अंजाम पांडेय गैंग के लोगों ने दिया है। इसी का बदला लेने के लिए उसने 8 अगस्त की देर रात उसी गैंग के सदस्य अमित बख्शी पर गोलियों की बौछार कर उसे मौत के घाट उतार दिया था।

Read more : Congress president election: फिर गांधी परिवार से होगा कांग्रेस अध्यक्ष! जयराम रमेश ने कही ये बात

एसपी पीयूष पांडेय ने बताया कि 6 महीने पहले अशोक पांडेय की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने इस मामले में भी कुछ लोगों को गिरफ्तार किया था। लेकिन अशोक पांडेय के भतीजे भरत पांडेय को सबसे ज्यादा शक अमित बख्शी पर ही था। दरअसल, 8 अगस्त को देर रात अमित बख्शी नजदीकी मंदिर में हो रहे जागरण देखकर लौट रहे थे। इसी दौरान घर के सामने ही उनकी ताबड़तोड़ गोलियां मारकर हत्या कर दी गई थी। हत्या के आरोपी की गिरफ्तारी को लेकर इलाके में खूब बवाल भी हुआ था।

Read more : अब कंडोम टेस्ट करेगी बॉलीवुड की ये खूबसूरत हीरोइन,जानें क्या है पूरा मामला 

इस हत्या के कारणों का पता लगाने के लिए रामगढ़ पुलिस छापेमारी कर रही थी। इसी बीच पुलिस ने बीरबल कुमार राय को गिरफ्तार किया था। जिसने भरत पांडेय को अमित बख्शी की पूरी खबर दी थी। जेल में जाने के बाद बीरबल राय ने पूछताछ के दौरान पुलिस को बताया कि भरत पांडेय ही अमित बख्शी की हत्या के पीछे का मास्टरमाइंड है और उसी ने हत्या की साजिश भी रची थी।

15 साल की उम्र में उठा लिए थे हथियार

एसपी पीयूष पांडे ने बताया कि भरत पांडेय महज 26 साल का है, लेकिन उसका एक आपराधिक इतिहास रहा है। उसने 15 साल की उम्र में ही हाथों में हथियार उठा लिए थे। उसके खिलाफ वर्ष 2011 में ही पतरातू थाने में केस दर्ज किया गया था। यह मामला भी चोरी और धोखाधड़ी से जुड़ा हुआ था। पुलिस ने जब आरोपी को गिरफ्तार किया तो उसके पास से 4 पिस्टल, 4 जिंदा कारतूस, 2 मोबाइल और एक डोंगल बरामद किया गया। आरोपी ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया है। उसने अपने चाचा अशोक पांडेय की मौत का बदला लेने के लिए इस वारदात को अंजाम दिया था। एसपी के निर्देश पर बनी स्पेशल टास्क फोर्स ने भरत पांडेय को गिरफ्तार करने के लिए कई स्थानों पर छापेमारी की थी। 13 सितंबर को पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि टॉकीसूद रेलवे स्टेशन के पास भरत पांडे उर्फ गुज्जू पांडेय जय नगर इलाके में मौजूद है।

 

 
Flowers