Bihar Chunav Result News
नई दिल्ली: Bihar Chunav 2025 Result: बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को मिले भारी जनादेश की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पश्चिम बंगाल से ‘जंगलराज’ को उखाड़ फेंकने का शुक्रवार को संकल्प लिया और कहा कि जिस तरह गंगा नदी बिहार से होकर बंगाल में बहती है, उसी तरह इस जीत ने वहां भी भाजपा की जीत का मार्ग प्रशस्त किया है।
यहां भाजपा मुख्यालय में आयोजित धन्यवाद समारोह को संबोधित करते हुए मोदी ने अन्य चुनावी राज्यों पर भी नजर रखते हुए कहा कि बिहार में मिली भारी जीत ने केरल, तमिलनाडु, पुडुचेरी, असम और पश्चिम बंगाल के पार्टी कार्यकर्ताओं में नयी ऊर्जा का संचार किया है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार की जीत ने पश्चिम बंगाल में भाजपा की जीत का मार्ग प्रशस्त किया है। मैं पश्चिम बंगाल के लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि आपके समर्थन से भाजपा इस राज्य में भी ‘जंगल राज’ का खात्मा करेगी।’’प्रधानमंत्री ने भाजपा मुख्यालय में पार्टी कार्यकर्ताओं का अभिवादन ‘गमछा’ लहराकर किया। इस दौरान ‘मोदी-मोदी’ और ‘भारत माता की जय’ के नारे लगाए गए।
Bihar Chunav 2025 Result: इस मौके पर बिहार के लोगों से जुड़ने के प्रतीकात्मक संकेत के रूप में, प्रधानमंत्री मोदी ने मिथिला पेंटिंग वाला एक ‘गमछा’ पहना हुआ था और ‘‘छठी मईया की जय’’ के नारे के साथ अपना भाषण शुरू किया। मोदी ने कहा, ‘‘बिहार की जनता ने इस भारी जीत और अपने अटूट विश्वास के साथ राज्य में गर्दा उड़ा दिया।’’ उन्होंने बिहार में जीत को सुशासन की राजनीति के लिए जनादेश बताया और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व तथा चिराग पासवान, जीतन राम मांझी और उपेंद्र कुशवाहा समेत राजग के सभी नेताओं के योगदान की सराहना की। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘यदि लोग भाजपा के नेतृत्व वाली राजग सरकार को फिर से चुन रहे हैं, तो यह एक जन-समर्थक, शासन-समर्थक और विकास-समर्थक एजेंडे की स्थापना का प्रतीक है। यह भारतीय राजनीति में एक नये आधार को पेश करता है।’’ भाजपा के नेतृत्व वाले राजग ने 243 सदस्यीय बिहार विधानसभा के लिए हुए चुनाव में प्रचंड जीत दर्ज की है।
मोदी ने कहा, ‘‘आज की जीत एक नयी यात्रा की शुरुआत है। बिहार ने हम पर जो विश्वास जताया है, उसने हमारे कंधों पर बड़ी जिम्मेदारी डाल दी है।’’ प्रधानमंत्री ने बिहार के मतदाताओं को आश्वासन दिया कि राज्य और भी तेज गति से प्रगति करेगा, नये उद्योग स्थापित होंगे और युवाओं को राज्य के भीतर ही रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार में निवेश आएगा और यह निवेश अधिक रोजगार लाएगा। बिहार में पर्यटन का विस्तार होगा और लोग बिहार की नयी ताकत देखेंगे। हमारे तीर्थ स्थलों, आस्था के स्थानों और ऐतिहासिक धरोहरों का कायाकल्प किया जाएगा।’’ मोदी ने कहा कि इस जीत ने एक नया ‘‘एमवाई – महिला और यूथ’’ फॉर्मूला दिया है तथा जनता ने ‘‘जंगलराज’ वालों के सांप्रदायिक ‘‘एमवाई फॉर्मूले’’ को ध्वस्त कर दिया है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार ने एक बार फिर दिखा दिया है कि झूठ की हार हुई है और लोगों का विश्वास जीता है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा कि इस जीत से निर्वाचन आयोग पर लोगों का विश्वास मजबूत हुआ है।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के मुस्लिम-यादव समर्थन आधार का स्पष्ट संदर्भ देते हुए मोदी ने कहा कि बिहार में कुछ पार्टियों ने ‘‘एमवाई-मुस्लिम और यादव-फार्मूला’’ तैयार किया था, लेकिन आज की जीत ने एक नया ‘‘सकारात्मक एमवाई – महिला और यूथ’’ फॉर्मूला दिया है। मोदी ने विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा, ‘‘आज बिहार उन राज्यों में से एक है, जहां युवा आबादी अधिक है और ये युवा सभी धर्मों तथा जातियों से हैं। उनकी इच्छाओं, आकांक्षाओं और सपनों ने ‘जंगल राज’ वाले लोगों के सांप्रदायिक ‘एमवाई’ फॉर्मूले को ध्वस्त कर दिया है।’’
मोदी ने निर्वाचन आयोग की भी सराहना की और कहा कि इसने सुनिश्चित किया कि चुनाव सुचारू रूप से संपन्न हों। उन्होंने राजद के शासनकाल का स्पष्ट रूप से संदर्भ देते हुए याद दिलाया कि कैसे ‘जंगल राज’ के दौरान चुनाव में हिंसा आम बात होती थी। मोदी ने कहा कि नयी सरकार के साथ राजग अब बिहार में 25 साल की स्वर्णिम यात्रा की ओर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा, ‘‘बिहार ने यह सुनिश्चित कर दिया है कि इस महान भूमि पर ‘जंगल राज’ की वापसी फिर कभी नहीं होगी। आज की जीत बिहार की उन बहनों और बेटियों की है, जिन्होंने राजद के शासन के दौरान ‘जंगल राज’ के आतंक को सहन किया।’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि यह जीत बिहार के युवाओं की है, जिनका भविष्य कांग्रेस और लाल झंडा लहराने वालों के आतंक के कारण बर्बाद हो गया। मोदी ने कहा, ‘‘आज का जनादेश विकास की राजनीति और भाई-भतीजावाद की राजनीति की अस्वीकृति के लिए जनादेश है।’’ प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘जब मैं ‘जंगल राज’ और ‘कट्टा सरकार’ (तमंचे के जोर पर शासन) के बारे में बोलता था, तो राजद कोई आपत्ति नहीं करती थी। हालांकि, इससे कांग्रेस बेचैन हो जाती थी। आज, मैं दोहराना चाहता हूं कि ‘कट्टा सरकार’ बिहार में कभी वापसी नहीं करेगी।’’